हिमाचल की सीमाएं खुलने से हाेटलियर व ढाबा मालिक खुश

उमेश भारद्वाज। सुंदरनगर

कोरोना काल के बीच लगभग 6 महीने के लंबे अतंराल के बाद हिमाचल प्रदेश सरकार ने प्रदेश की सीमाएं खोलने का आदेश जारी कर दिया है, लेकिन प्रदेश में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को लेकर अभी पर्यटकों में मंडी व कुल्लू जिला की हसीन वादियों में घूमने की चाहत कम ही देखने को मिल रही है। पर्यटन की दृष्टि से हिमाचल प्रदेश एक समृद्ध राज्य है, उसी को देखते हुए हर वर्ष लाखों लोग प्रदेश का रुख करते हैं।

इस पर जब चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे-21 के किनारे स्थित रेस्टोरेंट और ढाबा मालिकों से बात की गई, तो उन्होंने कहा कि उन्हें 6 महीने बाद कुछ राहत मिली है, लेकिन कोरोना का खतरा भी ज्यादा है। कुछ ढाबा मालिकों का कहना है कि इंटर स्टेट बस सेवा जब तक शुरू नहीं हो पाती, तब तक उनका काम धंधा चौपट रहने वाला है। ढाबा व रेस्टोरेंट मालिकों का कहना है कि पिछले 6 महीनों में आर्थिक व्यवस्था चौपट होने के बावजूद उन्हें कर्मचारियों की सैलरी, बिजली के बिल और व्यवसायिक परिसरों के किराए का भुगतान अपनी जमा पूंजी से करना पड़ा।

बेशक बार्डर खुल जाने से इन ढाबा व रेस्टोरेंट चलाने वाले लोगों को टूरिज्म खुलने की उम्मीद तो बंधी है, लेकिन अभी तक पर्यटकों का घूमने को लेकर झुकाव कम ही देखा जा रहा है। उन्होंने प्रदेश सरकार से मांग की है कि इंटर स्टेट बस सुविधा जल्द शुरू की जाए, जिससे उन्हें रोजी-रोटी के लिए भटकना ना पड़े।

मयूर होटल के मैनेजर विकास ने कहा कि पिछले 6 महीनों से उनका होटल का कारोबार बिल्कुल ठप पड़ा था, लेकिन अब जैसे ही सरकार ने हिमाचल प्रदेश के बॉर्डर खोलने के आदेश दिए हैं, तो लगता है कि टूरिस्ट हिमाचल प्रदेश का रुख करेंगे। उन्होंने कहा कि जैसे ही टूरिस्ट हिमाचल प्रदेश आएंगे उनके साथ कोरोना भी साथ आएगा। उसको लेकर होटल सेनीटाइजर से लेकर सोशल डिस्टेंसिंग के पूरी तरह से प्रबंध किए गए हैं, जिससे कोई भी कोरोना की चपेट में ना आए।

नेशनल हाईवे-21 चंडीगढ़-मनाली पर स्थित डडौर में विशाल रेस्टोरेंट के मालिक आशीष अग्रवाल का कहना है कि पिछले 6 महीने से होटल कारोबार बिल्कुल बंद था और उन्हें इस समय भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा है। उन्होंने कहा कि होटल बंद होने के बावजूद भी उन्होंने अपने वर्कर्स को सैलरी दी है और बिजली का बिल भरा है। उन्होंने कहा कि इस तरह का वक्त पहले कभी नहीं देखा है। उन्होंने कहा कि अब जैसे ही प्रदेश सरकार ने हिमाचल के बॉर्डर खोलने के आदेश से लगता है कि थोड़ी राहत जरूर मिलेगी। उन्होंने कहा कि टूरिस्ट आएगा और उसके साथ कोरोना भी हिमाचल प्रदेश में दस्तक देगा।

हराबाग में स्थित चायवाला ढाबा के मालिक का कहना है कि सरकार का बार्डर खोलने का फैसला ठीक होने के साथ इसके नकारात्मक प्रभाव भी हैं। इससे प्रदेश में कोरोना वायरस आने की संभावनाएं भी अधिक रहेंगी। उन्होंने कहा कि पिछले 5-6 महीनों से टूरिज्म नहीं होने से बहुत मुश्किल हुई है। उन्होंने कहा कि ढाबे पर सोशल डिसटेसिंग और सैनिटाईजेशन का पूरा प्रबंध किया गया है। ढाबे पर आने वाले लोगों को भी सोशल डिसटेसिंग के नियम का पालन करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि सरकार को जल्द ही इंटर स्टेट बसों की मूवमेंट शुरू करनी चाहिए।