उद्योग मंत्री ने हिम सुरक्षा की गाड़ी को भी हरी झंडी दिखाकर किया रवाना

शैलेश शर्मा। चंबा

उद्योग मंत्री एवं परिवहन मंत्री विक्रम सिंह ठाकुर ने सरकार द्वारा चलाए गए हिम सुरक्षा अभियान की शुरुआत चंबा से की।वहीं, उन्होंने जिला के सभी अधिकारियों के साथ इस बारे मीटिंग भी की। उन्होंने इस मौके पर कहा कि हिम सुरक्षा अभियान प्रदेश सरकार द्वारा चलाया गया मुख्य अभियान है, जिसके तहत कोविड-19, बारे लोगों को घर-घर जाकर जागरूक किया जाएगा। इसमें आशा वर्कर, हेल्थ वर्कर और भी कई संस्थाएं इसमें कार्य करेंगी। इससे पहले उद्योग मंत्री ने हिम सुरक्षा में चलाए जाने वाली गाड़ी को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

चंबा के बचत भवन में चल रही यह मीटिंग सरकार द्वारा कोविड-19 को लेकर है और इसकी अध्यक्षता प्रदेश के उद्याेग एवं परिवहन मंत्री विक्रम सिंह ठाकुर कर रहे हैं। इस महत्वपूर्ण बैठक में कई अहम फैसले भी लिए गए। इस माैके पर उद्याेग मंत्री विक्रम सिंह ठाकुर ने कहा कि आज चंबा में हिम सुरक्षा अभियान की शुरुआत विधिवत तरीके से हुई है। उन्होंने बताया कि हिम सुरक्षा अभियान के माध्यम से हमारे मैडिकल, आयुर्वेदा के और उसके साथ-साथ आंगनबाड़ी वर्कर, आशा वर्कर की यह टीमें लोगों के घरो में जाकर उनकी पूरी जानकारी लेंगी।

उन्होंने बताया कि अगर परिवार को कोई भी सदस्य किसी भी बीमारी से ग्रस्त है, तो उसका भी पता चलेगा। उन्होंने इस बारे और जानकारी देते हुए बतया कि कि अगर कोई टीबी का मरीज है, तो भी उसका कोविड का टेस्ट लिया जाएगा और अगर कोई काेराेना से पीड़ित है, तो उसका टीबी का टेस्ट लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस सरे अभियान को हम पुरे चंबा के अंदर चलाएंगे और यह अभियान ऐसी महीने की 27,तारीख को समाप्त हो जाएगा।

पूछे गए एक प्रश्न का उत्तर देते हुए उद्याेग मंत्री विक्रम सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार की दिशा अनुसार हर विभाग ने एसओपी, जारी किए होते हैं। उन्होंने सरकार के दिशा अनुसार अभी जो फैसला लिया गया है, उसमें यह निर्धारित किया गया है कि बसों के अंदर 50प्रतिशत से अधिक सवारी न बैठे इस बात की चिंत्ता की है। वहीं, बसों को सेनेटाइज भी किया जाना जरूरी कर दिया है।

उन्होंने बताया कि इससे पहले बहुत कम बसों को चलाया गया है। वहीं अभी भी काेराेना को देखते हुए चार जिलों में रात्री का कर्फ्यू जारी है। फिर भी हमने 50 प्रतिशत बसों के साथ उनको भी अलो किया हुआ है। उन्होंने यह भी बताया कि बसों में सफर करने वाली स्वारी जिनके पास बस की टिकट होगी, उसी को कर्फ्यू पास भी माना जाएगा, तो इस परकर की व्यवस्था हमारे हिमाचल पथ परिवहन में की गई है।