घर में आइसोलेट मरीजों से रोजाना बात करें फील्ड के डॉक्टर : उपायुक्त

उज्जवल हिमाचल ब्यूराे। हमीरपुर

उपायुक्त देबश्वेता बनिक ने प्रशासनिक और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे घरों में आइसोलेट किए गए कोरोना संक्रमित लोगों का हाल-चाल जानने तथा उनकी आवश्यक मदद पर विशेष जोर दें। शुक्रवार को हमीर भवन में कोरोना संबंधी प्रबंधों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त ने कहा कि फील्ड में कार्यरत डॉक्टर अपने-अपने कार्यक्षेत्रों के होम आइसोलेट मरीजों से दिन में कम से कम एक बार अवश्य बात करें तथा उनके स्वास्थ्य मानकों की जानकारी लें। वृद्ध और पहले से ही गंभीर बीमारियों के शिकार मरीजों का विशेष ध्यान रखें।

इसके अलावा स्वास्थ्य कर्मचारी या आशा वर्कर भी दिन में कम से कम एक बार मरीजों के घर जाकर उनके स्वास्थ्य की जानकारी लें। उपायुक्त ने कहा कि सभी एसडीएम और बीएमओ भी यह सुनिश्चित करें कि फील्ड के डॉक्टरों की होम आइसोलेट मरीजों से नियमित बात हो रही है तथा स्वास्थ्य कर्मचारी या आशा वर्कर्स भी दिन में कम से कम एक बार उनका हाल-चाल पूछ रही है तथा उन्हें स्वास्थ्य किट मुहैया करवा रही हैं। उपायुक्त ने कहा कि बाहरी राज्यों विशेषकर कोरोना से ज्यादा प्रभावित शहरों से आने वाले लोगों की सही जानकारी प्राप्त करने के लिए पंचायत जनप्रतिनिधियों का सहयोग लें और इन लोगों की सैंपलिंग सुनिश्चित करें।

उपायुक्त ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से कहा कि प्रतिदिन होने वाली सैंपलिंग में बाहर से आए लोगों की कम से कम 25 प्रतिशत संख्या होनी चाहिए। बाहर से आए श्रमिकों की भी रैंडम सैंपलिंग करें। देबश्वेता बनिक ने कहा कि माइक्रो कंटेनमेंट जोन में सभी नियमों की अनुपालना सुनिश्चित करवाने में भी स्थानीय पंचायत जनप्रतिनिधि महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकते हैं। इसके अलावा कोरोना मरीज की मौत के बाद उसके दाह-संस्कार में भी इन जनप्रतिनिधियों का सहयोग लें। उपायुक्त ने जिला में अतिरिक्त शव वाहन की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि शादी और अंतिम संस्कार के अलावा अन्य सभी समारोहों एवं कार्यक्रमों पर पूर्णतय: प्रतिबंध है।

शादी और अंतिम संस्कार में भी अधिकतम 50 लोग ही भाग ले सकते हैं। इसमें किसी भी तरह की ढील नहीं दी जा सकती है। इन समारोहों में अलग-अलग बैच में भी कुल मिलाकर 50 से अधिक लोग नहीं होने चाहिए। इसका उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। बैठक में अन्य मुद्दों पर भी विस्तार से चर्चा की गई।
इस अवसर पर एसपी कार्तिकेयन गोकुलचंद्रन, एडीएम जितेंद्र सांजटा, सभी एसडीएम, बीडीओ, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आरके अग्रिहोत्री, मेडिकल कालेज अस्पताल के प्रधानाचार्य डॉ. अनिल कुमार, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संजय जगोता और अन्य अधिकारियों ने भी भाग लिया।