कहीं भी देखो, इन संसाधनों की ओर किसी का ध्यान भी नहीं

उज्ज्वल हिमाचल। योल

ग्रामीण क्षेत्रों में पुराने समय से अपने अपने गांव में पूर्वजों ने कई संसाधन तैयार कर उन्हें अपने रोजमर्रा के उपयोग में प्रयोग करते रहे हैं लेकिन बदलते युग में उन्हें प्रयोग में तो क्या लाना मगर रख रखाव भी नही हो पाता है। उन्हीं में से एक संसाधन बावडि़यों का था लेकिन आज कहीं भी देखो तो इन संसाधनों की और सभी का ध्यान न के बराबर है।

लेकिन हम बात करें तंगरोटी पंचायत की तो वहां की बावड़ी का कायाकल्प बदल कर रख दिया है पंचायत के युवा प्रधान योगेश कुमार ने कहा कि यह बावडियां हमारे पूर्वजों द्वारा कड़ी मेहनत से बनाई गई हैं। गांव वासयों के सहयोग से आज इसकी सुन्दरता और साथ में बन रहे मन्दिर को देखकर लोगों में काफी ज्यादा उत्साह ओर आस्था बड़ी है और लोग रुचि लेने लगे है।

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गांववासी पीने कपड़े धोने और नहाने के लिए अब इसी बाबड़ी में आ रहे है और हरेक को साफ सफाई रखने की विनति भी की गई है। प्रधान योगेश ने कहा कि हमारा प्रयास रहेगा कि पूरे पंचायत क्षेत्र में पूर्वजों द्वारा बनाए पुराने संसाधनों को संजोये रखने का पूरा प्रयास किया जाएगा।

संवाददाताः नरेश धीमान