माधोराय की जलेब के साथ हुआ आस्था के महाकुंभ शिवरात्रि महोत्सव का समापन

देवी-देवताओं के दर्शन करने के लिए चौहट्टा बाजार में उमड़ा लोगों की आस्था का सैलाब

Mahakumbh Shivratri festival of faith ends with Madhorai's Jaleb
अंतिम जलेब में बागवानी, जनजातीय और राजस्व मंत्री जगत सिंह ने बतौर मुख्यातिथि की शिरकत

उज्जवल हिमाचल। मंडी

’आस्था का महाकुंभ’ सात दिवसीय अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव शनिवार को देवी-देवताओं की विदाई के साथ संपन्न हो गया। इस अवसर पर प्रदेश सरकार के बागवानी, जनजातीय और राजस्व मंत्री जगत सिंह ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। महोत्सव की अंतिम जलेब राजदेवता माधोराय की अगुवाई में निकली और मंडी शहर के चौहट्टा बाजार में देवी-देवताओं के दर्शन करने के लिए आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। इस मौके पर जगत सिंह नेगी ने राजदेवता माधोराय और बाबा भूतनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना की।

इसके बाद पारंपरिक वाद्य यंत्रों की धुनों पर जलेब चौहट्टा बाजार, मोती बाजार, समेखतर, बालक रूपी, भूतनाथ बाजार होते हुए वापस चौहट्टा से पड्डल ग्राउंड पहुंची और मेले का पड्डल मैदान में विधिवत समापन हुआ। देव रथों के साथ ढोल, नगाड़े, शहनाई, रणसिंगों की धुनों पर देवलुओं ने नाचते गाते जलेब की शोभा बढ़ाई। इस मौके पर मीडिया से अनौपचारिक बातचीत में जगत सिंह नेगी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव के समापन अवसर पर सभी देवी-देवताओं का नमन करते हैं। शिवरात्रि मेले के सफल आयोजन को लेकर लोगों को शुभकामनाएं हैं।

यह भी पढ़ेंः बिलासपुर में नए उपायुक्त आबिद हुसैन सादिक ने संभाला कार्यभार

उन्होंने कहा कि शिवरात्रि महोत्सव में पहली बार सेरी मंच पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है। प्रदेश में फलों के दाम तय करने की गारंटी पूरी नहीं होने के कारण सरकार से नाराज चल रहे बागवानों के प्रश्न पर जगत सिंह नेगी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी द्वारा प्रदेश के बागवानों को फलों के दाम तय करने की गारंटी को पूरा करने के लिए सरकार पूरी कोशिश कर रही है। इसको लेकर सरकार द्वारा बागवानों के साथ संवाद करना शुरू कर दिया गया है। जगत सिंह नेगी ने कहा कि प्रदेश में आने वाले समय में बागवानों के हित्त में कानून और नियमों को सख्ती से लागू किया जाएगा। इससे किसानों को ज्यादा से ज्यादा लाभ पहुंचाया जाएगा।

संवाददाताः उमेश भारद्वाज

हिमाचल प्रदेश की ताजातरीन खबरें देखने के लिए उज्जवल हिमाचल के फेसबुक पेज को फॉलो करें।