कैप्टन संजय द्वारा आयोजित 32 वें मेडिकल कैंप में पहुंचे 452 लाभार्थी

लंडियाड़ा पंचायत के दो स्थानों पर लगाए कैंप से मरीजों काे मिली सुविधा

कैप्टन संजय द्वारा आयोजित 32 वें मेडिकल कैंप में पहुंचे 452 लाभार्थी
कैप्टन संजय ने लगाया फ्री मेडिकल कैंप

उज्जवल हिमाचल। डाडासीबा

कैप्टन संजय ने जसवां-परागपुर क्षेत्र को मोतियाबिंद मुक्त करने के लिए माइक्रो मैनेजमेंट अभियान भी शुरू कर दिया है। इसके तहत अब एक ही पंचायत में लगाए गए कैंप में दो स्थानों पर चिकित्सा विशेषज्ञों की टीमें भेजी जा रही हैं, जिससे लाभार्थियों के समय की बचत तो हो ही रही है, साथ में परिवहन सुविधा के लिए अतिरिक्त पैसा भी खर्च नहीं करना पड़ रहा है। बुधवार को लंडियाड़ा और चटवाल में दो जगहों पर मेडिकल चेकअप की सुविधा थी और बड़ी बात यह भी रही कि यह प्रयोग सफल रहा। दोनों स्थानाें पर कुल 452 लाभार्थियों ने अपनी आंखों व कानाें की जांच करवाई। स्वास्थ्य शिविर में ईसीजी, शुगर व ब्लड प्रेशर के भी निशुल्क टेस्ट किए गए। शिविर में पराशर की टीम ने कोरोना नियमों का सख्ती से पालन करवाया। अब वीरवार को बगली और शुक्रवार को चलाली पचायतों में पराशर द्वारा मेडिकल कैंपों का आयोजन होगा।

लंडियाड़ा में आयोजित स्वास्थ्य शिविर में 302 मरीजों ने अपने आंखों की जांच करवाई तो 62 के कानों का चेकअप किया गया। कैंप में आए 211 मरीजों को निशुल्क चश्मे वितरित किए गए। 271 मरीजों को आई ड्राप्स दिए गए। जबकि आंख चेक करने वाले चिकित्सा विशेषज्ञों ने 42 मरीजों को ऑपरेशन करने की सलाह दी। इन मरीजों के मोतियाबिंद के निशुल्क ऑपरेशन कांगड़ा के निजी अस्पताल में होंगे। शिविर में 32 मरीजों को कानों की मशीन फ्री में वितरित की गई तो 38 मरीजों को कानों की दवाई भी दी गई। इसके साथ ही कैंप में पहुंची 127 महिलाओं को 1270 निशुल्क सैनेटरी पैड भी वितरित किए गए। 96 मरीजों के शुगर, बीपी और इसीजी के टेस्ट भी किए गए। इसके अलावा शिविर में 67 परिवारों के मुफ्त में हिमकेयर कार्ड बनाने के लिए जरूरी औपचारिकता पूरी की गई।

चटवाल और लंडियाड़ा में पहुंचे कैप्टन संजय ने कहा कि जसवां-परागपुर को मोतियाबिंद मुक्त करने के लिए मैराथन अभियान शुरू कर दिया है। इस वर्ष के अप्रैल माह के अंत तक जसवां-परागपुर क्षेत्र में कुल 70 मेडिकल कैंप आयोजित किए जा रहे हैं। इसके लिए उनकी टीम ने पूरी तैयारी कर ली है और अब छोटे-छोटे गांवों में भी पहुंचकर मरीजों का चेकअप किया जाएगा। इस तरह जसवां-परागपुर क्षेत्र की हर पंचायत में स्वास्थ्य शिविरों के माध्यम से उपस्थिति दर्ज करवाई जाएगी। जिन सुदूर गांवों में बुजुर्ग मरीज मेडिकल कैंपों में पहुंचने में असमर्थ हैं, उनके लिए विशेष व्यवस्था बना ली गई है और चिकित्सकों के साथ टीमें वहां हर हालत में पहुंचेगी। उम्मीद है कि उसके बाद क्षेत्र जसवां-परागपुर पूर्ण रूप से मोतियाबिंद मुक्त हो जाएगा। इसके बाद भी अगर स्थानीय वासी मेडिकल आयोजन की मांग करते हैं तो शिविर अयोजित होते रहेंगे। इस स्वास्थ्य शिविर में ज्यादातर लाभार्थी लंडियाड़ा पंचायत से ही संबंधित थे।

कैंप में पहुंचे जगदीश राम, वकील सिंह, कृष्ण कुमार, राज कुमार, सुमना देवी, प्रेम चंद और बलदेव सिंह ने बताया कि उनके क्षेत्र की आसपास की पंचायतों में पहले भी कैप्टन संजय द्वारा स्वास्थ्य शिविर लगाए गए, लेकिन किन्हीं कारणों से वे अपनी आंखों व कानों की जांच नहीं करवा पाए। यह पराशर की सकारात्मक सोच ही है कि उन्होंने पंचायत के दो स्थानों पर शिविर लगाकर स्वास्थ्य जांच करवाने का मौका दिया, जिसके लिए वे कैप्टन संजय का आभार व्यक्त करते हैं।