जोगिंद्रनगर। मुख्यमंत्री शहरी आजीविका गारंटी योजना को लेकर उपमंडलाधिकारी नागरिक जोगिंद्रनगर को ज्ञापन प्रेषित किया गया तथा मांग की गई की इस योजना के अंतर्गत कार्य को पीछे बंद कर दिया था तथा 19 सितंबर को सभी को कार्य पर आने को कहा गया था लेकिन आज जब सभी महिलाएं कार्य हेतु नगर परिषद के कार्यालय पहुंची तो उन्हें बिना काम दिए लौटा दिया गया। आज डेढ़ महीने के लगभग हो गया है लेकिन जो इन महिलाओं ने महीना भर वार्डों में काम किया उनका मेहनताना आज तक इनको नहीं मिला है। जिसे प्रदान करने की मांग की गई। यह भी मांग की गई की सभी महिलाएं जो इस योजना में पंजीकृत है उन सभी को एक साथ रोजगार अपने ही वार्डों में प्रदान किया जाए। ये भी मांग की गई की महिलाओं से दुर्व्यवहार न किया जाए तथा सिर पर मैला न उठवाया जाए।
इन सभी मांगो को लेकर उपमंडलाधिकारी नागरिक ने उचित आदेश देने का विश्वास सभी महिलाओं को दिलवाया है। आज वर्तमान की नगर परिषद जनता के बीच अपनी विश्वसनीयता खो चुकी है उसकी कथनी व करनी में अंतर है। पीछे जो प्रेस वार्ता के माध्यम से जो बड़ी बड़ी बातें इन महिलाओं की समस्यों को सुलझाने के लिए की थी तथा इन के एक महीने की मजदूरी प्रदान करने की बात 19 सितंबर से पहले की थी वो 19 तारीख होने के बावजूद झूठी साबित हुई है। एक भी महिला को आज दिन तक उनकी मजदूरी नहीं मिली है। यदि प्रशाशन शीघ्र उपरोक्त मांगो का हल नहीं करता है तो पुनः आंदोलन शुरू किया जाएगा। जिस की जिमेवारी प्रशाशन की होगी।
संवाददाताः जतिन लटावा।