राहुल गांधी को भागवत का जवाब, बोले- हिंदुत्व जोड़ने की बात करता है, तोड़ने की नहीं

उज्जवल हिमाचल। कांगड़ा

कांगड़ा जिला प्रवास के तीसरे दिन शनिवार को राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने सार्वजनिक कार्यक्रम में हिंदुत्व को बोले। संघ प्रमुख ने बिना नाम लिए राहुल गांधी पर निशाना साधा। भागवत ने कहा कि कुछ शब्द हमारे जीवन से चिपक जाते हैं, उन्हें हटाया नहीं जा सकता। भागवत ने आगे कहा कि हिंदुस्तान से हिंदू शब्द पड़ा। संघ से हिंदुत्व शब्द चिपक गया है। हिंदुत्व किसी को जीतने की बात नहीं करता है। हिंदुत्व शब्द का इस्तेमाल सबसे पहले गुरु नानक देव जी ने किया था। हिंदुत्व जोड़ने की बात करता है, किसी को बांटता नहीं। पिछले 40 हजार सालों से सभी भारतीयों का डीएनए एक है। धर्म का अर्थ धारणा है, जो समाज को जोड़ता है। इसका अर्थ हिंदू और मुस्लिम नहीं होता है। भागवत ने कहा कि हम गुलाम इसलिए हुए क्योंकि हम हमेशा बंटे रहे।

बता दें हाल ही में राहुल गांधी ने जयपुर के विद्याधर नगर स्टेडियम में रविवार को आयोजित हुई कांग्रेस की ‘महंगाई हटाओ महारैली’ में 31 मिनट के भाषण में महंगाई के शब्द का इस्तेमाल महज एक बार किया। उनका पूरा भाषण हिंदू और हिंदुत्व के इर्द-गिर्द रहा। अपने भाषण में उन्होंने 35 बार हिंदू और 26 बार हिंदुत्ववादी शब्द का इस्तेमाल किया।

राहुल गांधी के अनुसार हिंदू हिंदुत्ववादी अलग-अलग हैं। ये एक चीज नहीं है, ये दो अलग शब्द हैं और इनका मतलब बिल्कुल अलग है। मैं हिंदू हूं, लेकिन हिंदुत्ववादी नहीं हूं। महात्मा गांधी हिंदू थे और नाथूराम गोडसे हिंदुत्ववादी थे। हिंदू और हिंदुत्ववादी में फर्क बताते हुए राहुल गांधी ने कहा कि हिंदू सत्य को ढूंढता है। मर जाए, कट जाए, फिर भी हिंदू सच को ढूंढता है। उसका रास्ता सत्य रहा। पूरी जिंदगी वो सच को ढूंढने में निकाल देता है। जबकि हिंदुत्ववादी पूरी जिंदगी सत्ता को ढूंढने और सत्ता पाने में निकाल देता है। वह सत्ता के लिए किसी को मार भी देगा।