जांबाजों की शहादत पर कार्यवाही करने से क्यों घबरा रही केंद्र सरकार :राम लाल ठाकुर

सुरिंद्र जम्वाल। बिलासपुर

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य, पूर्व मंत्री व विधायक श्रीनयना देवीजी विधानसभा क्षेत्र राम लाल ठाकुर ने पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में शहीद हुए 20 भारतीय सेना के जांबाजों की शहादत पर केंद्र सरकार चीन पर कार्यवाही करने से क्यों घबरा रही है। राम लाल ठाकुर ने बहुत ही संजीदा प्रश्न खड़ा करते हुए कहा कि केंद्र की सरकार जिस तरह से पॉइंट 14 को लेकर के चीनी सेनाओं को कभी आगे, तो कभी पीछे बता कर दर्शा रही है। आधिकारिक रूप से क्यों गलवाल घाटी और उन 15 पॉइंट के बारे में वस्तु स्थिति नहीं बताती है, जहां पर टेंशन बनी हुई है।

राम लाल ठाकुर ने केंद्र सरकार की कड़े शब्दों में निंदा की और कहा कि 56 इंच का सीना अब कहां है। राम लाल ठाकुर ने देश के प्रधानमंत्री, गृहमंत्री व रक्षा मंत्री को कटघरे में खड़े करते हुए पूछा है कि देश के उन 20 जवानों की शहादत का बदला कब लिया जाएगा? राम लाल ठाकुर ने कहा कि यह प्रश्न देश की गरिमा के साथ जुड़ा हुआ है और भारतवर्ष में हर नागरिक केंद्र की सरकार से पूछना चाह रहा है कि कब वह समय आएगा, जब भारत की माताओं के कलेजे में ठंडक पड़ेगी, जिन्होंने अपने 20 जवान गवाए हैं।

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राम लाल ठाकुर ने देश की विदेश नीति को भी असफल बताया है और उन्होंने कहा यह कूटनीति की बहुत बड़ी भूल है। राम लाल ठाकुर ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री विदेशी यात्राएं सिर्फ अपने ऐशो आराम के लिए ही करते रहे और देश के लोगो को यह बोल के बरगलाते रहते हैं कि मैं देश की विदेश नीति और कूटनीति को सुदृढ़ कर रहा हूं। राम लाल ठाकुर ने यह भी प्रश्न उठाया कि जब देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच चीनी शहर वुहान में 27 और 28 अप्रैल 2018 को एक ‘अनौपचारिक बैठक’ हुई थी, तो उसमें किन विषयों पर बात चीत हुई थी, यह भी सार्वजनिक किया जाना चाहिए।

इसके अलावा अभी पिछले वर्ष 11 अक्टूबर, 2019 को चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग भारत आए थे और तामिलनाडु के महाबलिपुरम में जिनपिंग और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अनौपचारिक बैठक हुई थी, तो इस बात-चीत को पीएमओ और विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने भारत-चीन की सीमाओं की सुरक्षा हेतू बहुत सफल बात-चित करार दिया था, तो राम लाल ठाकुर ने कहा कि अगर यह सीमाओं को लेकर सफल बात- चीत थी, तो हमारे 20 जवानों की शहादत क्यों हुई? राम लाल ठाकुर ने कहा कि केंद्र की सरकार तो चाहती है कि उनकी नाकामियों पर पर्दा पड़ा रहे और विपक्ष कुछ बोले ही नहीं।

राम लाल ठाकुर ने कहा कि अब जब चीन पर केंद्र सरकार की नाकामी सामने आई, तो कुछ चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लगा कर क्या हमारे उन जवानों की शहादत का बदला ले लिया गया? राम लाल ठाकुर ने कहा चीनी मोबाइल और चीनी इलेक्ट्रॉनिक सामान अब भी धड़ले से देश के छोटे छोटे कस्बों में बिक रहा है लेकिन केंद्र की सरकार कुम्भकर्णी नींद में सो रही है। राम लाल ठाकुर ने कहा अब क्यों नहीं आरएसएस व इसके तथाकथित सहयोगी संगठन चीनी सामानों के विरुद्ध लामबंद हो पा रहे हैं, क्या इन संगठनों ने भाजपा की केंद्र सरकार को चीनी मसले पर अपनी सहमति दे दी है?

यदि ऐसा नहीं है, तो क्यों भाजपा की केंद्र सरकार के विरुद्ध यह तथाकथित स्वदेशी कहलाने वाले संगठन खड़े नहीं हो पा रहे हैं? कुछ तो इन संगठनों प्रांसगिकता पर भी प्रश्न चिन्ह लग रहे हैं? राम लाल ठाकुर ने कहा क्यों भाजपा और उसकी सहयोगी संस्थाएं देश भक्ति का झूठा लबादा ओढ़े हुए हैं? राम लाल ठाकुर ने देश के वीर योद्धाओं की शहादत बेकार नहीं जा सकती वर्तमान केंद्र सरकार न सही तो भविष्य में आने वाली सरकारें चीन को जबाब अवश्य देंगी और वर्तमान सरकार की तरह अपने हाथ पांव फुला कर नहीं बैठेगीं।