जानिए कैसे स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही ने मचाया हड़कंप

उमेश भारद्वाज। सुंदरनगर

जहां एक ओर जिला मंडी में कोरोना वायरस का प्रकोप खतरनाक स्तर तक पहुंचने लग गया है। वहीं जिला मंडी में एक बार फिर कोरोना वायरस को लेकर स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है। इस कारण बीती देर रात सुंदरनगर प्रशासन की खूब कसरत हुई। मामला उपमंडल सुंदरनगर की ग्राम पंचायत अप्पर बेहली के गांव समकल का है।

मामले में लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज नेरचौक स्थित कोविड लेब से समकल गांव में रहने वाली एक 33 वर्षीय महिला कोरोना पॉजिटिव होने की सूचना मिलते ही देर रात प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी। लेकिन कोरोना संक्रमित की जानकारी मिलने के बाद मौके पर उसे लेने पहुंची टीम के होश तब उड़ गए जब उन्हें पता चला की महिला ने तो अपना कोविड.19 सेंपल ही नहीं दिया है। इस पर सुंदरनगर प्रशासन देर रात तक छानबीन करता रहा और समकल गांव में हड़कंप मचा रहा। लेकिन बाद में महिला का पता गलत होने पर उसी नाम की महिला बल्ह क्षेत्र में कोरोना संक्रमित पाई गई। इससे मौके पर मौजूद प्रशासन और गांववासियों ने राहत की सांस ली। लेकिन इस प्रकार के मामलों से सवाल उठ रहा है कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोरोना संक्रमितों के मामले में ऐसी लापरवाही कैसे बरती जा रही है।

स्वास्थ्य विभाग द्वारा बरती जा रही लापरवाही के कारण स्थानीय लोगों में भारी रोष है। पुष्टि करते हुए एसडीएम सुंदरनगर राहुल चौहान ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार समकल में एक महिला का कोरोना पॉजिटिव होना पाया गया था। इस पर प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग द्वारा उसे कोविड सेंटर भेजने के लिए समकल गांव में कार्रवाई शुरू कर दी गई। लेकिन बाद में जांच करने पर महिला का कोविड.19 सेंपल दिया जाना ही नहीं पाया गया। उन्होंने कहा कि इस पर स्वास्थ्य विभाग से संपर्क साध कर सारे मामले को खंगालने पर बल्ह की एक अन्य महिला जिसका नाम समकल वाली महिला की ही तरह ही पाया गया। राहुल चौहान ने कहा कि मामले में सारे जांच के बाद बल्ह की महिला को कोरोना संक्रमित पाई गई। इस पर टीम वापिस लौटी और जानकारी संबंधित अधिकारियों को प्रेषित कर दी गई है।

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