नूरपुर के नागरिक सिविल अस्पताल में नई मेडिकल अधीक्षक नीरजा गुप्ता ने संभाला कार्यभार

नूरपुर के नागरिक सिविल अस्पताल में नई मेडिकल अधीक्षक नीरजा गुप्ता ने संभाला कार्यभार

उज्जवल हिमाचल। नूरपुर
नूरपुर के नागरिक सिविल अस्पताल में नई मेडिकल अधीक्षक नीरजा गुप्ता ने आज अपना कार्यभार सम्भाला। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने नूरपुर हल्के की जनता की आवाज पर शिमला से नूरपुर में इसलिऐ भेजा कि नूरपुर अस्पताल रैफर अस्पताल बन सके।

इस अवसर पर नूरपुर अस्पताल में हड्डी रोग विशेषज्ञ के पास उपचार करवाने वाला हर तीसरा व्यक्ति सर्वाइकल, यूरिक एसिड व कमर दर्द से संबधित बीमारी का आ रहा है। यह जानकारी नूरपुर सिविल अस्पताल में तैनात हड्डी रोग विशेषज्ञ कार्तिक सैनी ने देते हुए कहा कि यह दोनों समस्याएं हमारी जीवन शैली से संबंधित है।

डॉ. कार्तिक ने कहा कि सोने के दौरान ऊंचा तकिया लेने से, मोबाइल या कंप्यूटर पर ज्यादा समय बिताने से, सर पर ज्यादा वजन उठाने या ज्यादा झुक कर कार्य करने से सर्वाइकल व कमर दर्द की समस्या पैदा हो सकती हैं। सर्वाइकल बढ़ने से सर में चक्कर, कंधों व सर के पिछले भाग व पीठ के ऊपरी हिस्से में तेजदर्द व सुन्नपन आना शुरू हो जाता है।

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डॉ. सैनी ने कहा कि यूरिक एसिड बढ़ने का मुख्य कारण रेड मीट,सी फूड, छिलके वाली दालों का ज्यादा प्रयोग, पनीर, अरबी ,भिंडी आदि का ज्यादा सेवन करने से शरीर में यूरिक एसिड बढ़ जाता है। इसके बढ़ने से जोड़ों में खिंचाव व जकड़न, घुटनों व पैर की एड़ियों में दर्द बढ़ जाता है।

जिससे चलने फिरने में समस्या पैदा होने लगती है। समस्या गंभीर होने पर व्यक्ति गठिया का शिकार भी हो जाता है। रक्त परीक्षण करवाने से भी यूरिक एसिड का पता चल सकता है। उन्होने कहा कि ऐसी अवस्था में अपने आप दवाई लेने से बचे व अस्पताल में डॉक्टर से सलाह लें। उन्होने कहा कि स्वस्थ जीवन शैली, पानी के ज्यादा सेवन से यूरिक एसिड से काफी हद तक बचा जा सकता है।

संवाददाताः विनय महाजन

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