मनोहर हत्याकांड मामले में नए खुलासे, कांग्रेस के नेता मामले को दबाने की कर रहे कोशिशः जयराम

मामले की NIA से जांच की मांग

उज्जवल हिमाचल। शिमला

चम्बा में हिंदू दलित परिवार के युवक मनोहर की निर्मम ह्त्या के मामले में नए खुलासे हो रहे हैं। हिमाचल में इस तरह जघन्य हत्त्या अब मामले में भाजपा ने सरकार पर हमले तेज कर दिए हैं। विपक्ष के नेता जय राम ठाकुर ने हिमाचल प्रदेश में कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि ये सामान्य घटना नहीं है। जिसने हिमाचल को झकझोर कर रख दिया है। घटना को गंभीरता से नहीं लिया गया। कांग्रेस सरकार बनी तो मुख्यमंत्री ने बार -बार बयान दिया की 99 फ़ीसदी हिंदू आबादी वाले राज्य में कांग्रेस जीती है। इस बयान को घटना के साथ जोड़ते हुए उन्होंने पूछा कि मुख्यमंत्री इस पर स्थिति स्पष्ट करें।

युवक की हत्त्या का हवाला देते हुए जयराम ठाकुर ने कहा कि शरीफ़ मोहमंद, मुसाफिर मोहमंद व फरीदा के कहने पर पहले मृतक मनोहर को घर बुलाया जाता है। घर में बहस होती है, डंडे से घायल किया जाता है और बाद में घर के आंगन से बेहोश पड़े मनोहर के आठ टुकड़े कर दिए जाते हैं। उसकी मौत हुई या जिन्दा ही काट दिया। शरीर को काटने के लिए आरा मशीन उपयोग में लाई गई। शरीर के आठ टुकड़े कर नाले में पानी के नीचे दबा दिए जाते हैं। जूता पानी में बहा और दुर्गंध आई तो घटना का पता चला।

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जय राम ठाकुर ने आरोपी के तार आतंकियों से जोड़ते हुए पूछा कि नोटबंदी के दौरान आरोपी ने 95 लाख नोट बदले व उसके खाते में दो करोड़ हैं। जबकि आरोपी के पास इतना बड़ा आय का साधन नहीं है। आरोपी के पास तीन बीघा जमीन है जबकि कब्जा 100 बीघा पर कर रखा है। अपनी जमीन में किसी को आने नहीं देता है। दस हज़ार की ऊँचाई पर रहता है। 100 भेड़ बकरियाँ इसके पास है जबकि 200 बेचता है।

इतना ही नही चंबा में 1998 में हुए सतरुंडी आंतकी हमले में 35 लोगों की मौत हुई थी उसमें भी आरोपी के तार जुड़े थे। आरोपी की बहन के साथ मनोहर का मिलना जुलना था। क्या इसलिए इसको मौत के घाट उतार दिया गया। उन्होंने मामले जांच NIA से करवाने की मांग उठाई है ताकि सच सामने आ सके। क्योंकि कांग्रेस के स्थानीय प्रभावशाली नेता मामले को दबाने की कोशिश कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह ने कहा की मामले को राजनीतिक व धार्मिक रंग देने का प्रयास नही होना चाहिए। सरकार मामले में निष्पक्ष जांच करवा रही है। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। हिमाचल शांत राज्य है यहाँ सांप्रदायिक झगड़े नही होते हैं। दूसरे समुदाय की सुरक्षा करना भी सरकार की जिम्मेदारी है।

ब्यूरो रिपोर्ट शिमला

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