अब जानवर भी आने लगें कोरोना वायरस की चपेट में

उज्जवल हिमाचल। डेस्क

क्या कोरोना वायरस जानवरों के बीच भी फैल सकता है? तो इसका जवाब ‘हां’ में है। पिछले दो सालों में ऐसी कई खबरें आई जो जानवरों में कोरोना संक्रमण से संबंधित थे। मगर कई लोगों के मन में शंका बरकरा रही कि क्या वाकई में जानवरों को भी कोविड-19 अपना शिकार बना सकता है।

गुजरात में हुए हालिया शोध से पता चलता है कि यह खतरनाक वायरस पशुओं को भी संक्रमित कर सकता है। रिसर्च में भैंस, गाय और कुत्तों जैसे जानवरों में कोरोना वायरस पाया गया है।

हालांकि, शोध में ये भी कहा गया है कि इन संक्रमित जानवरों से मनुष्य तक ये वायरस पहुंचने का खतरा कम है क्योंकि इन पशुओं में वायरस का लोड कम है।

कामधेनू विश्वविद्यालय और गुजरात बायोटेक्नॉलोजी रिसर्च सेंटर के शोधकर्ताओं ने राज्य के अलग-अलग क्षेत्रों से घोड़े से लेकर गाय और भैंस तक के नाक और मलाशय से सैंपल लिए थे। इनमें से 24 फीसदी जानवर पॉजिटिव पाए गए और एक कुत्ते में तो डेल्टा वैरिएंट पाया गया।

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, कहा जा रहा है कि भारत में पहली बार ऐसा शोध हुआ, जिसमें यह बात सामने आई है कि दूधारू जानवर भी इस वायरस से संक्रमित हो सकते हैं। इससे पहले जो शोध हुए हैं उसमें बिल्ली, ऊदबिलाव जैसे जानवरों के संक्रमित होने की बात सामने आई थी।

ऐसे हुआ रिसर्च

इस शोध को गुजारात राज्य जैव प्रौद्यगिकी मिशन ने स्पॉन्सर किया था। रिसर्च के आंकड़े अब ऑनलाइन उपलब्ध हैं।

शोधकर्ताओं ने अपने रिसर्च के लिए 195 कुत्तों, 64 गायों, 42 घोड़ों, 41 बकरियों, 39 भैंसों, 19 भेड़ों, 6 बिल्लियों, 6 ऊंटों और 1 बंदर सहित 413 जानवरों के नाक या मलाशय के नमूने लिए थे।

इन जगहों से लिए गए नमूने

नमूने अहमदाबाद, आनंद, गांधीनगर, बनासकांठा, पाटन, कच्छ और मेहसाणा जिलों से एकत्र किए गए थे। अंतिम नमूने मार्च 2022 में एकत्र किए गए थे। रिसर्च में कहा गया है कि नाक के नमूनों की तुलना में मलाशय के नमूनों के बेहतर परिणाम रहे। कुल 95 जानवर पॉजिटिव पाए गए, जिनमें 67 कुत्ते, 15 गाय और 13 भैंस शामिल हैं।

बिल्ली प्रजाति के जानवरों की जानकारी अभी बाकी

इस शोध का मकसद जानवर और मानव के बीच वायरस के फैलने की गहराई में जाना था क्योंकि कोविड की दूसरी लहर में जानवरों के संक्रमित होने की बात सामने आई थी।

शोध से पता चलता है कि इन जानवरों में ये वायरस मानव के करीब होने की वजह से आया लेकिन ये बात विपरित तौर पर लागू नहीं हो सकती। हालांकि, बिल्ली प्रजाति को लेकर और जानकारी जुटाने की जरूरत है।