बिना परीक्षा डायरेक्ट प्रमोट करने की एनएसयूआई ने की मांग

सौरभ अटवाल। धर्मशाला

कोरोना महामारी संकट से छात्रों का साल बचाने के लिए बिना परीक्षा डायरेक्ट प्रमोट करने हेतु और प्रदेश महाविद्यालय द्वारा शिक्षा में अतिरिक्त 18% जीएसटी वापस लेने हेतु एनएसयूआई के छात्रों ने एडीसी को ज्ञापन सौंपा। इस मौके पर जानकारी देते हुए एनएसयूआई के जिला अध्यक्ष पुनीत धीमान ने बताया कि भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन कि हिमाचल प्रदेश राज्य इकाई इस ज्ञापन देकर प्रदेश के उन हजारों कॉलेज छात्रों की ओर आकर्षित करना चाहती है जिनका भविष्य कोरोना महामारी के संकट के कारण अधर में लटका पड़ा है । कोरोना संकट के कारण कॉलेजों की वार्षिक परीक्षाओं में पहले से ही बहुत देर हो चुकी है और भविष्य में भी इन परीक्षाओं के होने को लेकर बहुत सी अनिश्चिन्ताय बनी हुई हैं । इन सब कारणों से कॉलेज छात्रों का साल बर्बाद होने की स्थिति भी बनी हुई है और प्रदेश के सभी छात्र छात्राएं अपनी शिक्षा समय और कैरियर को लेकर काफी मानसिक तनाव और परेशानी से गुजर रहे है।

 

उन्होंने कॉलेजों के प्रथम व द्वितीय वर्ष के छात्रों को बिना परीक्षा ही अगले वर्ष प्रमोट किया जाए और अंतिम वर्ष के छात्रों को उनके पिछले परफॉर्मेंस के अतिरिक्त 10% अंकों के साथ प्रमोट किया जाए। जिससे प्रदेश के हजारों छात्रों का साल बर्बाद होने से बचने व हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय द्वारा कॉलेजों से एफिलिएशन, इंस्पेक्शन, कन्टीन्यूएशन फीस के साथ अतिरिक्त 18% जीएसटी टैक्स लेने का जो फैसला लिया गया है । उसे कोरोना कॉल में कॉलेजो पर छात्रों पर अतिरिक्त फीस बढ़ाने का बोझ
पड़ने तथा विश्वविद्यालय द्वारा इस 18% जीएसटी के फैसले को वापस लेने और भविष्य में भी शिक्षा पर कोई अतिरिक्त टैक्स आदि ना लगाया जाने आदि मांगों को एडीसी के समक्ष रखा।