मोटापा व ब्लड शुगर कंट्रोल करने में कारगर है जायफल

उज्जवल हिमाचल। डेस्क
प्राचीन समय से जायफल का उपयोग औषधि के रूप में किया जाता है। आधुनिक समय में जायफल का इस्तेमाल मसाले के रूप में किया जाता है। वहीं, दादी-नानी जायफल से बच्चों की मालिश करती हैं। डॉक्टर्स भी कई रोगों में जायफल सेवन करने की सलाह देते हैं। जायफल में कई औषधीय गुण पाए जाते हैं जो सेहत और सुंदरता दोनों के लिए फायदेमंद होता है। कई रोगों में जायफल रामबाण दवा की तरह है।

विशेषज्ञों की मानें तो सेहतमंद रहने के लिए दवा के बजाय प्राकृतिक औषधि का इस्तेमाल करना श्रेष्ठकर होता है। खासकर आजकल की खराब जीवनशैली में इसका महत्व और बढ़ गया है। इससे कई तरह की बीमारियां जन्म लेती हैं। इनमें डायबिटीज, मोटापा, अवसाद और हाई बीपी प्रमुख हैं। अगर आप डायबिटीज अथवा मोटापे से परेशान हैं, तो जायफल का सेवन कर सकते हैं। कई शोध में खुलासा हो चुका है कि जायफल के सेवन से वजन और ब्लड शुगर कंट्रोल में रहता है। रोजाना रात में सोने से पहले एक गिलास गुनगुने गर्म दूध में दो चम्मच अरंडी का तेल मिलाकर सेवन करें। आधुनिक समय में हर तीसरा व्यक्ति मोटापे से परेशान हैं। इसके लिए डाइट और लाइफस्टाइल में सुधार करें। साथ ही वजन घटाने के लिए जायफल का सेवन कर सकते हैं।

वजन घटाने के लिए पाचन तंत्र का मजबूत होना बेहद जरूरी है। इसके लिए जायफल का सेवन फायदेमंद होता है। जायफल के सेवन से पाचन तंत्र मजबूत होता है। साथ ही पाचन प्रक्रिया भी सुचारू ढंग से होने लगता है। इसके सेवन से कब्ज, गैस और बदहजमी की परेशानी दूर होती है। जैसा कि हम सब जानते हैं कि डायबिटीज रक्त में शर्करा स्तर के बढऩे से होती है। साथ ही अग्नाशय से हार्मोन निकलना बंद हो जाता है। यह एक लाइलाज बीमारी है जो जीवनभर साथ रहती है। इस बीमारी में दवा के साथ परहेज अनिवार्य है। हालांकि, रक्त शर्करा स्तर को नियंत्रित कर इसके प्रभाव को कम किया जा सकता है। इसके लिए जायफल का सेवन किया जा सकता है। जायफल रक्त शर्करा स्तर को नियंत्रित करने में सक्षम है। यह अग्न्याशय को सेहतमंद कार्य करने के लिए उत्साहित करता है। स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।