द्रोणाचार्य कॉलेज में 8वीं से 10वीं कक्षा के छात्रों के लिए एक दिवसीय ग्रीष्मकालीन संवर्धन शिविर आयोजित

उज्जवल हिमाचल। रैत

द्रोणाचार्य पीजी कॉलेज ऑफ एजुकेशन, रैत में 8वीं से 10वीं कक्षा के सरकारी स्कूल के छात्रों के लिए एक दिवसीय ग्रीष्मकालीन संवर्धन शिविर, स्पेक्ट्रम-2023 शाइनिंग स्टार की घोषित किये गए समृति, जीएसएसएस, शाहपुर (कक्षा 9) प्रतिष्ठित स्पेक्ट्रम-शाइनिंग स्टार पुरस्कार की विजेता बनीं। हर्षित, जीएसएसएस रैत (कक्षा 10) ने स्पेक्ट्रम-डैज़लर पुरस्कार जीता, जबकि जीएसएसएस, शाहपुर (कक्षा 8) की खुशी को स्पेक्ट्रम-फ्लैश पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

आर्यन, जीएसएसएस रैत (कक्षा 10) ने उत्कृष्ट छात्र का पुरस्कार जीता। द्रोणाचार्य कॉलेज ऑफ एजुकेशन, रैत के कार्यकारी निदेशक डॉ.बी.एस.पठानिया मुख्य अतिथि और रिसोर्स पर्सन रहे । स्पेक्ट्रम 8वीं से 10वीं कक्षा के छात्रों के दिमाग को जागृत करने के लिए एक इंटरैक्टिव, मजेदार और अनुभवात्मक शिक्षण पहल है। स्पेक्ट्रम-2023 में सरकारी स्कूलों के 50 से अधिक छात्रों ने भाग लिया।

ग्रीष्मकालीन शिविर छात्रों को आजीवन उत्कृष्टता हासिल करने और तर्क, विश्लेषणात्मक कौशल, निर्णय लेने, सामाजिक और भावनात्मक कौशल, आत्मविश्वास निर्माण और मानवीय मूल्यों की उनकी शक्ति का पोषण करने का एक आदर्श अवसर प्रदान करता है – सभी रचनात्मकता और संवर्धन के माहौल में।

स्पेक्ट्रम कार्यक्रम की शुरुआत चीफ रिसोर्स पर्सन , कार्यकारी निदेशक डॉ. बी.एस. पठानिया के पुष्प स्वागत के साथ हुई। उन्होंने स्वास्थ्य और कल्याण के लिए योग पर एक कायाकल्प सत्र आयोजित किया और अपने जीवन के अनुभवों को साँझा किया ,एचओडी बीसीए राजेश राणा इस मोके पर बच्चों को लक्ष्य कैसे निर्धारित करना है बच्चों को बिस्तार से समझाया प्रतिभागी छात्रों ने सत्र में पूरे दिल से भाग लिया।

समृद्ध समर कैंप में बीएड, बीबीए और बीसीए के संकाय सदस्यों द्वारा आत्म जागरूकता और आत्म ब्रांडिंग, शारीरिक और मानसिक कल्याण के लिए योग और ध्यान, सफलता के लिए लक्ष्य निर्धारण, समय प्रबंधन, प्रभावी संचार की शक्ति, मन, स्मृति और स्वास्थ्य प्रबंधन, आईटी कौशल और कैरियर के अवसर, कहानी कथन पर सशक्त प्रस्तुतियां शामिल थीं। मजेदार सीखने की गतिविधियों का संचालन मेघना पठानिया, प्रशिक्षण और प्लेसमेंट अधिकारी द्वारा किया गया।

अनाग्राम स्पेक्ट्रम का मतलब बताया एस -आत्म सशक्तिकरण, सकारात्मक ष्टिकोण-,ई-अन्वेषण,सी-प्रतिस्पर्धा,-टी-परिवर्तन,आर-रेडियंस,यू-अपस्किल,एम-माइंडफुलनेस उन्होंने बच्चों को सेल्फ डिस्कवरी और जागरूकता के बारे में बताया कुछ फन एक्टिविटी भी करवाई गई एचओडी बीबीए मुकेश शर्मा ने समय प्रबंधन के बारे में बताया, सहायक आचार्य अनीश कोरला ने सम्प्रेषण की मह्तवत्ता के बारे में बात की सभी प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र दिया गया।

सहायक प्रोफेसर मुकेश शर्मा, विभागाध्यक्ष बीबीए, सहायक प्रोफेसर राजेश राणा, विभागाध्यक्ष बीसीए, सहायक प्रोफेसर अनीश कोरला, मेघना पठानिया, प्रशिक्षण और प्लेसमेंट अधिकारी, सहायक प्रोफेसर रंजन चौधरी, सहायक प्रोफेसर अतुल राणा, सहायक प्रोफेसर शशि कुमार, सहायक प्रोफेसर अनुज, सहायक प्रोफेसर विशाखा, सहायक प्रोफेसर मायरिका, सहायक प्रोफेसर रजत शर्मा अपने संबंधित इंटरैक्टिव सत्र के रिसोर्स पर्सन रहे।

कार्यक्रम का समापन सहायक प्रोफेसर अनीश कोरला ने सभी का धन्यवाद किया। सभी प्रतिभागियों ने पंजाबी गीत पर नृत्य किया। प्रतिभागियों द्वारा प्रतिक्रिया एवं अनुभव साझा किए गए। प्रतिभागियों को जलपान प्रदान किया गया।

ब्यूरो रिपोर्ट रैत

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