पंचायतें पर्यटन स्थलों के रख रखाव हेतु वसूल कर रहीं न्यूनतम शुल्क

संजीव कुमार। गाेहर

जिला मंडी के आराध्य श्री देव कमरुनाग आध्यात्मिक मार्ग से ग्राम पंचायत शाला को पंचायत निधि में मात्र चार महीनों में 2.50 लाख रुपए की राशि अर्जित हुई। इसका प्रयोग सड़क के रख रखाव व विकास कार्यों के लिए होगा। इसके अतिरिक्त विश्राम गृह से 6 माह में 25 हजार रुपए आय हुई है। पार्किंग व रखरखाव शुल्क के रूप में बड़ी गाड़ियों से 100 रुपए व छोटी गाड़ियों से 50 रुपए लिए जा रहे हैं। पर्ची काटने के कार्य से भी प्रत्यक्ष रोजगार मिला है। रविवार के दिन 15-20 हजार तक की आय हो रही है।

लोग जगह जगह सब्जियां, फल व खाने का सामान बेचकर भी आय कमा रहे हैं। श्रीदेव कमरुनाग आध्यात्मिक पार्क में दुकानें भी तैयार की जा रही हैं, जो पंचायत के लिए आय का स्त्रोत बनेगी। देश में पहचान बना चुका मनरेगा पार्क मुरहाग पंचायत के लिए कामधेनु साबित हो रहा है। पार्क में रविवार को 1200 -1300 पर्यटक यात्रा कर रहे हैं। पार्क में स्वच्छता हेतु एक वयस्क व्यक्ति से 10 रुपए की पर्ची ली जा रही है। पार्क में टॉय ट्रेन व महिला स्वयं सहायता समूह भी कार्यरत हैं। पर्चियों व किराए से कुछ ही महीनों में ग्राम पंचायत मुरहाग को एक लाख रूपए तक आय प्राप्त हो चुकी है।

पार्क में कार्यरत माता बगलामुखी स्वयं सहायता समूह सिड्डू व कचौरी इत्यादि बेचकर कई बार एक ही दिन में 30-40 हजार रुपए तक की कमाई कर लेते हैं। पार्क में महिला स्वयं सहायता समूहों के लिए 8 दुकानें निर्मित की जा रही हैं, जो ग्राम पंचायत के लिए आय का अतिरिक्त साधन होगा। मिनी खजियार की झलक वाले देवीदड़ पार्क में भी मां मुंडासन महिला स्वयं सहायता समूह द्वारा पर्चियां काटने का कार्य किया जा रहा है व पार्क की साफ सफाई व्यवस्था हेतु एक वयस्क व्यक्ति से पांच रुपये की पर्ची काटी जा रही है। पार्क में बोटिंग की सुविधा भी है। दो ही महीनों में ग्राम पंचायत को 30 हजार रुपए तक आय हो चुकी है।

पार्क में महिला स्वयं सहायता समूहों व बेरोजगार व्यक्तियों के लिए दुकाने भी तैयार हो चुकी हैं, जो ग्राम पंचायत के लिए आय का स्थायी स्त्रोत बनेंगी। श्रीदेव बनयुरी मंदिर बैला के प्रांगण में भी ग्राम पंचायत द्वारा किचन शेड, हॉल, दुकानें, तालाब, रेन शेल्टर, सामुदायिक शौचालयों व पार्क का निर्माण किया जा रहा है। इससे मंदिर में होने वाली शादियों के लिए लाखों लोगों को सुविधा उपलब्ध होगी व साथ ही ग्राम पंचायत के लिए स्थायी आय के साधन
सृजित होंगे।

श्रीजाल्पा माता मंदिर सरोआ में भी ग्राम पंचायत नौण द्वारा एक सुंदर वाटिका का निर्माण करवाया गया है। यहां भी पर्यटकों को तांता लगा हुआ है। शीघ्र ही ग्राम पंचायत द्वारा इस स्थान पर महिला स्वयं सहायता समूह भवन का निर्माण करवाकर स्थानीय महिला स्वयं सहायता समूहों के लिए रोजगार के द्वार खोले जाने के प्रयास किए जा रहे हैं।