हिमाचल : पेपर मिल ने फिर छोड़ा उद्योग के बाहर प्रदूषित पानी

सुरेंदर सिंह सोनी। बद्दी

  • पेपर मिल द्वारा खड्ड में दूषित पानी छोडते का ग्रामीणों ने बनाया वीडियो
  • तहसीलदार बद्दी ने ग्रामीणों के विरोध के बावजूद भी उद्योग को दी थी चलाने की मंजूरी
  • प्रदूषण बोर्ड के अधिकारियों ने मौके पर भरे सैंपल

औद्योगिक क्षेत्र बरोटीवाला के कुल्हाड़ीवाला गांव में कुछ दिन पूर्व तहसीलदार की ओर से ग्रामीणों के विरोध के बावजूद भी पेपर मिल को चलाने के निर्देश दे दिए थे जिसके बाद गत्ता फैक्टरी ने वीरवार को बारिश के दौरान साथ लगते खड्ड में मिल का दूषित पानी छोड़ दिया। जिसकी ग्रामीणों को जैसे ही सूचना मिली।

उन्होंने मौके पर जाकर दूषित पानी की वीडियो बना कर सोशल मीडिया पर वायरल कर दी। ग्रामीणों ने इसकी सूचना प्रशासन व प्रदूषण बोर्ड के अधिकारियों को दी जिसके बाद प्रशासन की ओर से मौका देखने कोई नहीं आया लेकिन प्रदूषण बोर्ड के अधिकारियों ने यहां पर दो स्थानों से दूषित पानी के सैंपल लिए है। यहां के लोगों ने एक सप्ताह पूर्व भी पेपर मिल के प्रदूषण को लेकर इस कंपनी के गेट पर ताला लगा दिया था। जिसके बाद प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद कंपनी के संचालकों ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया था कि वह प्रदूषण के सभी मानकों को ध्यान में रखते हुए इसका पालन करेंगे और जब तक उद्योग में सभी खामियों को दुरुस्त नहीं कर दिया जाएगा तब तक उद्योग को नहीं चलाया जाएगा तथा भविष्य में प्रदूषण नहीं फैलाएंगे।

इस बीच बद्दी के तहसीलदार ने 2 दिन लगातार उद्योग के निरीक्षण के बाद इस कंपनी को यह कह कर चालू करा दिया कि कंपनी संचालकों ने उद्योग में सब तरह के कार्य करवा लिए हैं और अगर भविष्य में उद्योग प्रदूषण फैलाएगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। वही कुल्हाड़ी वाला गांव के ग्रामीणों का कहना है कि अब कुछ दिन पहले ही उद्योगपति द्वारा एक एफिडेविट ग्रामीणों को बनवा कर दिया है जिसमें उद्योग की सभी खामियों को पूरा करने की बात कही मगर प्रशासन द्वारा उद्योग मालिक का ही पक्ष लिया गया और सैकड़ों ग्रामीणों की समस्या को दरकिनार ए किया गया जिसके परिणाम स्वरूप अभी हफ्ता भी नहीं बीता कि बारिश के दौरान ही फैक्टरी से दूषिथ पानी खड्ड में छोड़ दिया गया।


ग्रामीणों ने आज खुद मौके पर जाकर दूषित पानी की वीडियो बनाई और ग्रामीणों ने तहसीलदार व प्रदूषण बोर्ड को सूचना दी। सूचना मिलते ही प्रदूषण बोर्ड से जेई पवन चौहान व अभय गुप्ता ने यहां पर दो स्थानों से सैंपल लिए। प्रदूषण बोर्ड के वरिष्ठ अभियंता प्रवीण गुप्ता ने बताया कि विभाग ने जो सैंपल लिए है उसे जांच के लिए प्रयोग शाला भेज दिया गया है। वही मौके पर हिम परिवेश संस्था के उपाध्यक्ष संजीव कौशल ने खुद मौके पर जाकर उद्योग द्वारा चलाए जा रहे प्रदूषण की जांच की और भविष्य में उद्योग के खिलाफ संस्था की तरफ से ग्रीन ट्रिब्यूनल में मामला दर्ज करवा कर कार्रवाई करने की बात कही।