पराशर ने हिमकेयर कार्ड बनवाए और मोतियाबिंद के ऑपरेशन करवाए

नौ मरीजों के एसएम आई अस्पताल कांगड़ा में हुए आंखों के ऑपरेशन

उज्जवल हिमाचल। डाडासीबा

समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति की हर हाल में मदद कर रहे कैप्टन संजय जसवां-परागपुर क्षेत्र में आर्थिक रूप से अक्षम परिवारों के हिम केयर कार्ड भी बनवा रहे हैं। इसका धरातल पर आम जनता को फायदा होता भी दिखाई दे रहा है। हिमकेयर कार्ड बनने के बाद नौ मरीजों ने कांगड़ा के एसएम ऑई अस्पताल में नि:शुल्क मोतियाबिंद के ऑपरेशन करवाए। इन मरीजों की कांगड़ा तक जाने व आने की व्यवस्था भी पराशर द्वारा की गई थी। संजय ने कांगड़ा में खुद पहुंचकर इन मरीजों का हाल भी जाना। दरअसल पराशर ने जसवां-परागपुर क्षेत्र के हर गरीब परिवार को हिमकेयर कार्ड के तहत जोड़ने की बात कही है। उनकी छह टीमें जसवां-परागपुर क्षेत्र के गांवों में पहुंचकर कार्ड बना रही हैं और अक्षम परिवारों की बीमा राशि खुद पराशर अपनी जेब से भर रहे हैं।

इसके साथ ही ग्रामीणों के ई-श्रम कार्ड भी नि:शुल्क बनाए जा रहे हैं। वहीं, जसवां-परागपुर क्षेत्र के जेलरा और लग में पराशर द्वारा हिमकेयर कार्ड कुछ दिन पहले बनाए गए थे। इनमें से 9 लाेग ऐसे भी रहे, जिनका मोतियाबिंद का ऑपरेशन भी होना था। सोमवार को पराशर ने कांगड़ा के महाजन अस्पताल में मरीजों को पहुंचाने की निःशुल्क परिवहन व्यवस्था की और उनके खाने-पीने व ठहरने का इंतजाम भी किया। बेशक इन 9 मरीजों का सफल ऑपरेशन आज हो गया। साथ में हिमकेयर योजना के तहत उनके परिवारां का एक वर्ष के लिए बीमा कवर भी हो गया है। बड़ी बात यह भी है कि मरीजों के हिमकेयर कार्ड की बीमा राशि पराशर ने ही जमा करवाई थी। ऑपरेशन करवाने वालों में बठरा से ओंकार सिंह, गुरनवाड़ की सुशीला देवी, रैल की रत्नी देवी, लग की अर्चना देवी और जलेरा के हरि राम ने बताया कि संजय समाज की बेहतरी के लिए अपना अमूल्य योगदान दे रहे हैं।

पराशर ने पहले उनके परिवारों के हिमकेयर कार्ड बनवाए और आज आंखाें के ऑपरेशन भी करवा दिए। बताया कि उनका कोई पैसा खर्च नहीं हुआ। इसके लिए वह कैप्टन संजय का आभार व्यक्त करते हैं। पूर्व बीडीसी सदस्य रत्न लाल, रक्कड़ पंचायत के प्रधान रह चुके संजय धीमान और पुननी पंचायत के उपप्रधान तिलक राज ने कहा कि संजय जिस तरह आम जनता की सेवा कर रहे हैं। ऐसा उदाहरण उन्होंने न पहले सुना है और न देखा है। उन्होंने सामाजिक सरोकारों की नई मिसाल पेश की है। वहीं, पराशर का कहना है कि शिक्षा, रोजगार व स्वास्थ्य उनके विजन की प्राथमिकता में शामिल है।

उनकी टीम गांव-गांव में जाकर लोगाें को हिमकेयर कार्ड बनाने के लिए जागरूक कर रही है। लक्ष्य है कि क्षेत्र के 10 हजार परिवारों के हिम कार्ड बनाए जाएं। जिन परिवारों की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है, उनके कार्ड वह खुद बनाकर दे रहे हैं। 12 पंचायतों में यह मुहिम चलाई गई है और शीघ्र ही जसवा-परागपुर क्षेत्र की सभी पंचायतों में उनके द्वारा हिमकेयर कार्ड बनाने के लिए कार्य शुरू किया जा रहा है। इसके साथ में हर गांव ई-श्रम बनाने का भी टारगेट रखा गया है।