सरकार के झूठे आश्वासनों से तंग आ चुके पठानकोट-मंडी फोरलेन प्रभावित

विनय महाजन। नूरपुर

नुरपुर आज हिमाचल मानवाधिकार लोक बॉडी की बैठक 24 मील जोंटा के एक निजी होटल में संपन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता करते हुए लोक बॉडी प्रात अध्यक्ष राजेश पठानिया ने बताया की हिमाचल की बहुचर्चित पठानकोट मंडी फोरलेन परियोजना के तहत नेताओं के झूठे आश्वासनों से फोरलेन प्रभावित तंग आ चुके हैं। उनकी झूठ बोलने की आदत जनता को इस कदर परेशान करती है कि अब उनकी किसी भी बात पर आने वाले समय में विशेषकर फोरलेन प्रभावित विश्वास नहीं करेंगे।

पठानिया ने कहा कि नूरपुर के विधायक एवं वन मंत्री ने पठानकोट मंडी फोर लेन संबंधित अनेक को झूठे आश्वासन दिए कि अगर आपको सही मौका नहीं मिला तो मैं इस्तीफा दे दूंगा। मैं आपके लिए अपनी जान तक दे दूंगा परंतु लंबा अरसा बीत जाने पर भी इनके किसी बात पर अमल करते हुए दिखाई नहीं दिए।

अभी पिछले महीने इन्होंने एक बात जोर देकर कहीं की जब तक आपको पठानकोट मंडी फोरलेन से संबंधित पहले पैकेज कंडवाल से सिवनी तक के लोगों को सही-सही मुआवजा नहीं मिल जाता तब तक मैं एनएचएआई को फॉरेस्ट क्लीयरेंस नहीं दूंगा पेड़ काटने की अनुमति नहीं प्रदान की जाएगी परंतु जब हमने माननीय एसडीएम नूरपुर जोकि काला अथॉरिटी भी है उनसे इस बारे में जानना चाहा तो उन्होंने बताया कि फॉरेस्टक्लीयरेंस कुछ दिन पहले दी जा चुकी है अब जल्द पेड़ों की कटाई का कार्य शुरू हो जाएगी और फोरलेन का कार्य भी विधिवत जल्द शुरू हो जाएगा।

नूरपुर की जनता यह जानना चाहती है कि जब आपने एनओसी फॉरेस्टक्लीयरेंस की देनी ही थी तो फोरलेन प्रभावितों को गुमराह करते हुए उन्हें झूठा आश्वासन क्यों दिया कि जब तक आप को मुआवजा नहीं मिल जाता तब तक मैं फॉरेस्ट क्लीयरेंस नहीं दूंगा।

उन्होंने कहा कि पठानकोट मंडी फोर लेन प्रभावितों आपकी नूरपुर विधानसभा क्षेत्र में जितने भी लोग प्रभावित हैं उनके साथ नाइंसाफी की है हमारी हिमाचल सरकार से यह निवेदन है कि जल्द फोरलेन प्रभावितों को भू अधिग्रहण कानून 2013 को लागू करते हुए उन्हें मार्केट वैल्यू के हिसाब से चार गुना मुआवजा दिया जाए अन्यथा विधानसभा सत्र के बाद पूरे हिमाचल के संगठन सामूहिक भूख हड़ताल पर बैठने को मजबूर होंगे और इसकी सारी जिम्मेदारी हिमाचल सरकार की रहेगी।