उज्ज्वल हिमाचल। नूरपुर
नूरपुर इंदौरा फतेहपुर ज्वाली मोहटली ढांगूपीर मलोट डमटाल सुरजपुर सड़कों पर दिन-रात औद्योगिक क्षेत्र एवं क्रशर उद्योग मे बड़े-बड़े मालवाहक वाहन बाजारों से तेज रफ्तार व प्रेशर हार्न का इस्तेमाल करते हुए निकल रहे वाहनों से जनता परेशान है। इससे से क्षेत्र की जनता को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसके अतिरिक्त इंदौरा उप मंडल के तहत मोहटली इंदौरा मार्ग पर बने मोहटली व मलोट पुल कई दशक पुराने हैं, जिनकी क्षमता 9 टन से भी कम है, लेकिन जब तक कोई हादसा इस पुल पर नहीं होगा तब तक शायद प्रशासन की भी नींद नहीं खुलेगी। यही हालत नूरपुर फतेहपुर ज्वाली के इलाकों की भी है।
क्रेशर उद्योग की गाड़ियां टोल बचाने के चक्कर में इस सड़क का इस्तेमाल करती हैं इसी के साथ जम्मू कश्मीर हरियाणा पंजाब से गत्ते से लदी गाड़ियां रीसायकिल करने के लिए काठगढ़ स्थित फैक्ट्रियों में पहुंचा रहे हैं लेकिन इन गाड़ियों की भी चेकिंग का कोई भी प्रबंध प्रशासन द्वारा नहीं किया गया है। शाम ढलते ही इन वाहनों की संख्या में और इजाफा हो जाता है, लेकिन हिमाचल प्रशासन को ना तो यह क्रशर उद्योग की गाड़ियां दिखती है और ना ही विभिन्न उद्योगों में जा रहे ओवरलोड व अपरिचित वाहन।
वहीं मेन बाजार ढांगूपीर मे आए दिन माजरा से औवर लोडिंग ट्रक तेज रफ्तार जो,की पहले ही लोहे की एक्स्ट्रा बॉडी बनाकर औवर लोड कर सडकों से गुजर रहे है जैसे कोई डबल डेकर बस हो दूसरा उन पर लगे तेज आवाज वाले प्रेशर हार्न लंबे समय से लोगों की परेशानी का कारण बने हुए है । राज्य में बड़ रही सड़क दुर्घटनाओं के मद्देनजर प्रदेश सरकार ने प्रेशर हार्न पर पूर्ण रूप से पाबंदी लगा रखी है। परंतु उसके बावजूद भी सडकों पर प्रैशर हार्न की आवाज आम सुनाई देती है। इस मामले में नूरपुर जिला पुलिस अधीक्षक अशोक रत्न का कहना है कि समय समय पर पुलिस अपनी कार्यवाही कर रही है। पुलिस केवचन्द चालान कर सकती है जबकि ओवर लोड सड़कों पर चल रहे ऐसे वाहनों के लिए खनन विभाग व लोक निर्माण व एन एच ए आई को भी धरातल पर जाकर कार्यवाही करनी होगी।