हिमाचल : लोगों की मांग, छावनी द्वारा लगाए गए टोल टैक्स वैरियरों को हटाया जाए

नरेश धीमान। योल

छावनी क्षेत्र योल में पिछले कई वर्षों से विकास कार्य ठप्प पड़े हैं और जनता परेशान है। वर्षों से छावनी क्षेत्र योल की जनता पंचायती राज की मांग कर रही है और कई बार छावनी चुनावों का बहिष्कार कर चुकी है। थक हार कर योल में कुछ लोगों ने एक ग्राम पंचायत निर्माण संघर्ष समिति का निर्माण कर छावनी बोर्ड प्रदेश व केन्द्र सरकार पर उच्च न्यायालय में मुकदमा दायर किया। जिसका फैसला जनता के हक में हो भी चुका है लेकिन कोई कार्यवाही न किए जाने पर ग्राम पंचायत निर्माण संघर्ष समिति ने छावनी बोर्ड पर कन्टैप्ट का मुकद्दमा दायर कर दिया है। जिसकी सुनवाई 6 अक्टूबर को है।


समिति के अध्यक्ष ज्ञान चन्द द्वारा जारी प्रैस विज्ञप्ति में छावनी बोर्ड पर आरोप पर आरोप लगाते हुए कहा कि छावनी बोर्ड की अपनी कोई जमीन नहीं है किसी भी तरह की मूलभूत सुविधाएं जनता को नहीं दी जाती केवल जनता को घर घर जाकर टैक्स थमाए जा रहें है ओर उनके मोबाईल नं० लिए जा रहे ताकि जनता को परेशान किया जाए और कहा कि छावनी बोर्ड के कर्मचारी हाईकमान से लेकर केंद्र व प्रदेश सरकार को गुमराह कर रहा है। एक ओर आरोप भी जड़ा है कि योल में पीडब्लूडी द्वारा बनाए सड़क मार्ग पर दो टौल टैक्सवैरियर लगा कर आते जाते वाहनो से पैसा वसूल रहे है। जो सरासर अवैध और गलत है। संघर्ष समिति के अध्यक्ष ज्ञान चंद कल्याण चंद के साथ सरण दास कपूर, कर्नल जे एस जरियाल, कैप्टन ए. ए. रवान नरोतम सिंह आदि ने जनता से अपील की है कि छावनी बोर्ड को किसी भी तरह का टैक्स न दें और लोक निर्माण विभाग से भी अपील की है कि आप के द्वारा बनाए गए मार्ग योल क्षेत्र में छावनी बोर्ड द्वारा अवैध रूप से लगाए गए टौल टैक्स वैरियरों को तुरन्त हटाया जाए चालकों से भी अनुरोध है कि इन्हे कोई टैक्स न दें।