करोड़ों की लागत से निर्मित पीएचसी लेदा पर भूस्खलन से मंडराया खतरा

उज्जवल हिमाचल। मंडी

मंडी जिला के उपमंडल बल्ह की ग्राम पंचायत बैरकोट(लेदा) में लगभग 1.75 करोड़ की लागत से निर्मित प्राईमरी हेल्थ सेंटर का भवन भूस्खलन से गिरने की कगार पर पहुंच गया है। क्षेत्र में जारी लगातार मूसलाधार बारिश से पीएचसी लेदा का डंगा और चारदीवारी गिर गई है। आलम यह है कि कभी भी भूस्खलन के कारण पीएचसी भवन इसकी चपेट में आकर क्षतिग्रस्त हो सकता है।

जानकारी के अनुसार क्षेत्र में हुई मूसलाधार बारिश के कारण पीएचसी लेदा के आहते में लगा डंगा गिर गया है। डंगा गिरने के बाद उसके उपर बनी चारदीवारी व आहते का एक बड़ा हिस्सा भी गिर गया है। इस जगह अगर और भूस्खलन होता है तो करोड़ों की लागत से बनी अस्पताल की मुख्य इमारत भी इसकी जद में आ सकती है। इसके अलावा ओपीडी में आने वाले मरीजों के लिए भी अब एक बड़ा खतरा बन गया है।

वहीं घटना की सूचना मिलते ही स्वास्थ्य विभाग के अधिकारीयों ने भी मौके का दौरा किया है। इसमें स्वास्थ्य, राजस्व और पीडब्लूडी विभाग के अधिकारी शामिल थे। फिलहाल स्लाइडिंग वाली जगह पर तिरपाल बिछाए गए हैं जिससे मौके पर और अधिक भूस्खलन से नुकसान न हो। बता दें कि पीएचसी लेदा का निर्माण पूर्व भाजपा सरकार द्वारा करवाया गया था और इसके निर्माण में लगभग 1.75 करोड़ करोड़ रुपए का व्यय किया गया था।

इसका शुभारंभ भी पूर्व सीएम जयराम ठाकुर ने 22 फरवरी 2020 को किया था। इस भवन में ओपीडी, फार्मेसी, टेस्ट सेंटर, चिकित्सक का आवास और मरीजों के लिए इंडोर सुविधा भी उपलब्ध है। पीएचसी लेदा करीब 10 पंचायतों के लगभग 25 से 30 हजार की आबादी को स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करवाती हैं। वहीं वर्तमान सरकार में एपीएमसी मंडी के अध्यक्ष संजीव गुलेरिया भी लेदा क्षेत्र से संबंधित हैं।

मामले पर बीएमओ कोटली डॉ. शेखर कपूर ने कहा कि पीएचसी लेदा परिसर में भूस्खलन की सूचना मिलने के बाद मौके का दौरा किया गया है। भूस्खलन से हुए नुकसान को लेकर पीडब्लूडी विभाग के अधिकारियों ने डंगे का एस्टिमेट बनाया है। फिलहाल स्लाइडिंग वाली जगह पर तिरपाल भी बिछा दिए हैं।

संवाददाताः उमेश भारद्वाज

हिमाचल प्रदेश की ताजातरीन खबरें देखने के लिए उज्जवल हिमाचल के फेसबुक पेज को फॉलो करें।