जम्मू-कश्मीर में स्थानीय चुनाव से लोकतंत्र की जड़ें मजबूत हुईं : मोदी

आयुष्मान भारत पीएम जय सेहत योजना की शुरुआत, विरोधियों को लिया आड़े हाथ

उज्जवल हिमाचल। डेस्क

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को जम्मू-कश्मीर में आयुष्मान भारत पीएम जय सेहत योजना की शुरुआत की। इस योजना के तहत जम्मू-कश्मीर के सभी लोगों को पांच लाख रुपये का हेल्थ इंश्योरेंस कवर मिलेगा। सेहत के इस कार्यक्रम में मोदी ने लोकतंत्र, कश्मीर के विकास पर बात करने के साथ ही विरोधियों को भी निशाने पर ले लिया। उन्होंने कहा कि मैं जम्मू-कश्मीर के लोगों को लोकतंत्र की जड़ें मजबूत करने के लिए भी बहुत बधाई देता हूं। चुनाव के हर फेज में देख रहा था कि कोरोना और ठंड के बावजूद महिलाओं, बुजुर्गों ने लाइन में खड़े होकर वोट डाला।

मैंने उनकी आंखों में अतीत को पीछे छोडक़र बेहतर भविष्य का सपना देखा। जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने जिस तरह ट्रांसपेरेंट तरीके से चुनाव कराया, ये बात जब यहां से सुनता हूं तो लोकतंत्र पर विश्वास मजबूत हो जाता है। मोदी ने योजना का फायदा लेने वालों से बात भी की। उन्होंने कहा कि आज मुझे जम्मू-कश्मीर के दो लाभार्थियों से उनके अनुभव सुनने का मौका मिला। जिनके लिए हम काम करते हैं, उनसे संतोष के स्वर मिलते हैं तो गरीबों के लिए और मेहनत के लिए ये शब्द काफी ताकत देते हैं। आप लोगों की बातें सुनकर काफी अच्छा लगा। सभी सुविधाएं हर लोगों तक पहुंचें, यही हमारी सरकार का कमिटमेंट है।कार्यक्रम में लाभार्थियों को ई गोल्डन कार्ड भी दिए गए। जम्मू की प्रियंका संधू को पहला कार्ड मिला।

यूटी बनने के एक साल के अंदर चुनाव कराए

मोदी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में इन चुनावों ने यह दिखाया है कि लोकतंत्र कितना मजबूत है। आज मैं देश के सामने एक पीड़ा व्यक्त करना चाहता हूं। जम्मू-कश्मीर ने यूनियन टेरेटरी बनने के एक साल के अंदर पंचायत चुनाव करा दिए। दिल्ली में कुछ लोग दिन-रात, आए दिन मोदी को टोकते रहते हैं, रोकते रहते हैं, मैं उन लोगों को आईना दिखाना चाहता हूं।

ममता सरकार फिर निशाने पर

मोदी ने इस दौरान बंगाल का जिक्र भी किया। उन्होंने कहा कि आयुष्मान योजना का लाभ जम्मू-कश्मीर के छह लाख लोगों को मिल रहा था। नई सेहत स्कीम का फायदा 15 लाख और लोगों को मिलेगा। जम्मू-कश्मीर में हवा इतनी शुद्ध है कि आप हमेशा स्वस्थ रह सकते हैं। सेहत स्कीम आपकी साथी बनकर हमेशा आपके साथ रहेगी। ये कार्ड देशभर में काम आएगा। चेन्नई, मुंबई समेत कई शहरों में तो आपका इलाज हो सकता है, पर बंगाल में नहीं, क्योंकि वहां की सरकार ने आयुष्मान योजना लागू नहीं की है। देश में कहीं भी ये कार्ड मिलाकर आपको इलाज की सुविधा मिल जाएगी।