हिमाचल : ऑनलाइन एजुकेशन में गरीब छात्रों की जाएगी हरसंभव मदद : गोविंद सिंह ठाकुर

सुरेंद्र जम्वाल। बिलासपुर

वैश्विक महामारी कोरोना के इस काल में जहां शिक्षा नीति अब पूरी तरह से ऑनलाइन एजुकेशन पर निर्भर हो गयी है, तो वहीं वर्तमान हालात को देखते हुए प्रदेश सरकार व शिक्षा विभाग ने भी इस दिशा में आगे बढ़ने के लिए अपनी तैयारियां शुरू कर दी है। जी हां चंडीगढ़ से मनाली जाते वक्त बिलासपुर पहुंचे शिक्षा मंत्री ने इस बात की जानकारी देते हुए कहा कि ग्रामीण इलाकों में रहने वाले गरीब तबके के छात्रों को ऑनलाइन पढ़ाई में दिक्कत का सामना करना पड़ता है। जिसे देखते हुए शिक्षा अभियान के तहत बीते कल ही डोनेट, डिवाइस छात्रों का सहारा योजना की शुरुआत की गई है और इसमें लोगों ने बढ़चढ़ कर भाग लेते हुए सरकार को एक ही दिन में 1150 मोबाइल फ़ोन डोनेट किए है।

वहीं गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि अध्यापकों के माध्यम से गरीब छात्रों तक इन मोबाइल फोनस को पहुंचाया जाएगा, ताकि पात्र छात्रों को ही इस योजना का लाभ मिल सके। वहीं उन्होंने इस योजना के तहत अध्यापकों, समाजसेवियों व उद्योगपतियों को आगे आकर गरीब छात्रों के लिए मोबाइल डोनेट करने की अपील भी की है। वहीं तीसरी, पांचवी व आठवीं क्लास की बोर्ड परीक्षाओं को लेकर कैबिनेट की मंजूरी मिलने की बात कहते हुए शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि तीनों की कक्षा की परीक्षा पेपर एजुकेशन बोर्ड बनाएगा, जिसमें तीसरी क्लास के पेपर की चैकिंग व एसेसमेंट करेगा सेंट्रल हैड टीचर तो पांचवी क्लास के पेपर की चैकिंग ब्लॉक स्तर पर व आठवीं क्लास के पेपर की चैकिंग जिला स्तर पर की जाएगी। वहीं गोविंद सिंह ठाकुर ने प्रदेश में राष्ट्रीय शिक्षा नीति को बेहतरीन तरीके से लागू किए जाने को लेकर शिक्षा विभाग द्वारा लगातार प्रयास किये जाने की बात भी कही.