थमने का नाम नहीं ले रहा अभिभावकों का विरोध प्रदर्शन

उमेश भारद्वाज। मंडी

निजी स्कूलों के द्वारा अभिभावकों से वार्षिक शुल्क वसूलने के मामले में लोगों का उबाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। इसके तहत जिला मंडी में पिछले कई दिनों से संघर्षरत अभिभावकों के द्वारा सुंदरनगर में अपना विरोध प्रदर्शन जताया गया। अभिवावक मंच के बैनर तले शुक्रवार को सुंदरनगर में निजी स्कूलों के अभिवावकों ने जवाहर पार्क से एसडीएम कार्यलय तक रैली निकाली और नारेबाजी करते प्रदर्शन किया। इस दौरान अभिवावकों ने सरकार से निजी स्कूल की मनमानी व वार्षिक फीस की जबरदस्ती वसूली पर रोक लगाने और पुराने कानून में संशोधन करने की मांग उठाई।

इस मौके पर अभिभावकों ने नायब तहसीलदार के माध्यम से प्रदेश के शिक्षा मंत्री, उपायुक्त मंडी, उच्च व प्राथमिक उपनिदेशक शिक्षा विभाग सहित एसडीएम सुंदरनगर को ज्ञापन सौंपा। अभिभावकों द्वारा अपने इस संघर्ष को भविष्य में भी जारी रखने और आंदोलन को प्रदेश स्तरीय शुरू करने का ऐलान किया। इस अवसर पर जानकारी देते हुए अभिभावक हिमाचल ठाकुर ने कहा कि कोविड-19 के दौर में स्कूल बंद रहे। इस दौरान गेम, सेलिब्रेशन, लाइब्रेरी, साइंस लैब, कम्प्यूटर, डिजिटल क्लास व सॉफ्टवेयर सहित किसी सुविधा का उपयोग नहीं किया गया। बावजूद इसके स्कूलो द्वारा वार्षिक शुल्क की मांग की जा रही है।

उन्होंने कहा की स्कूल प्रबंधन द्वारा बच्चों का रिजल्ट एडमिशन व ट्यूशन फीस अदा न करने के चलते रोक दिया गया है, उन्हें स्कूल व्हाट्सएप्प ग्रुप से भी बाहर किया जा रहा है। परिजनों को रिजल्ट लेने के लिए मेसेज भेज स्कूल बुला कर पहले संपूर्ण फीस जमा करवाने को बाध्य किया जा रहा है। अभिभावक हिमाचल ठाकुर ने कहा कि अगर जल्द ही इन स्कूलों द्वारा मनमानी पर रोक नहीं लगाई गई, तो उन्हें अपने आंदोलन को और तेज कर बच्चों को इन स्कूलों से हटाकर सरकारी स्कूलों में दाखिला करवाना पड़ेगा।

उधर, नायब तहसीलदार सुंदरनगर प्रेम सिंह ने कहा कि अभिवावकों को पेश आ रही समस्याओं को गभीरता पूर्वक सुना गया है। शीघ्र ही एसडीएम की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की जाएगी। उन्होंने कहा कि इसमें सुंदरनगर के सभी निजी स्कूलों के प्रधानाचार्य व अभिभावकों को बुला कर समस्या का समाधान निकाला जाएगा।