पीडब्ल्यूडी की टेंडर प्रक्रिया पर उठे सवाल

रवि ठाकुर। हमीरपुर

यूथ इंटक अध्यक्ष अमित रजत ने पत्रकार वार्ता में पीडब्ल्यूडी के ट्रेंडर प्रक्रिया पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि पीडब्ल्यूडी में काम पहले और टेंडर बाद में किए जा रहे हैं। अमित रजत ने बताया कि यूथ कांग्रेस ने पीडब्ल्यूडी ट्रेंडर प्रक्रिया को लेकर जून माह में उपायुक्त हमीरपुर को इस संदर्भ में शिकायत दर्ज करवाई थीए लेकिन उस पर कोई कार्यवाही ना होता देख उन्होंने एक हफ्ते बाद आरटीआई के जरिए पीडब्ल्यूडी एससी कार्यालय के नीचे चले रहे डंगे के काम की जानकारी मांगी, तो उसमें कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। क्योंकि जिस डंगे का काम पूरा हो चुका है, उस डंगे को उसी दिन 235 सरकारी बैग ठेकेदार सीविल सप्लाई से मांगता है, लेकिन वहां पर बैग ना होने पर संबंधित ठेकेदार पीडब्ल्यूडी को अपने स्टोर से सरकारी रेट पर सीमेंट देने को लिखता है।

ऐसे में विभाग के अधिकारियों को ऐसी क्या नौबत आ गई कि वे ठेकेदार के पत्र से 11 दिन पहले ही 235 बैग देने के लिए पत्र पर हस्ताक्षर कर रहे हैं। हालांकि डंगे का काम पहले ही पूरा हो चुका है। इसके अलावा शहर में जितने भी स्पीड ब्रेकर लगाए गए हैं वे भी दो माह में उखड़ गए हैं। विभाग ने लाखों रुपए स्पीड ब्रेकर पर खर्च दिए, इससे तो अच्छा था कि सीमेंट के ही स्पीड ब्रेकर लगाए जाते। यूथ इंटक अध्यक्ष ने पीडब्ल्यूडी विभाग से इन सभी मामलों की जांच करने की गुहार लगाई है, नहीं तो उन्हें मजबूरन एससी कार्यालय के बाहर अनशन पर बैठना होगा। इस दौरान यूथ ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष अश्वनी कुमार व यूथ कांग्रेस मीडिया प्रभारी अंशुल शर्मा भी मौजूद रहे।