चौगान में ट्रेड फेयर को स्वीकृति मिलने से स्थानीय व्यापारियाें में राेष

विनय महाजन। नूरपुर

नूरपुर अभी हाल में राज्य स्तरीय जन्माष्टमी मेला में कोरोना प्रोटोकॉल के आधार पर मेले में दुकानें लगाने की मंजूरी प्रशासन नूरपुर ने नहीं दी थी और अब चौगान में ट्रेड फेयर को स्वीकृति दे दी गई। आखिरकार क्यों ऐसे अनेक प्रश्न आज कल जनता की जुवान पर चर्चित है। लोगों का कहना है कि हिमाचल प्रदेश सरकार का प्रशासन नूरपुर के स्थायी दुकानदारों पर काेरोना की आड़ में जन्माष्टमी मेले पर दुकानें लगाने की मंजूरी नहीं देता, पर बाहरी राज्यों से व नजदीकी क्षेत्रों से आने वाले व्यापारियों को इस मेले की मंजूरी काेरोना काल में दे रहा है।

नूरपुर के चौगान में ट्रेड फेयर की स्वीकृति मिलने से चौगान बाजार के व्यापारी उक्त ट्रेड फेयर के खिलाफ लामबंद हो गए हैं तथा सरकार के प्रशासन को कोसते हुए कह रहे हैं कि आखिरकार कौन लोग हैं, जो शहर में चाैगान के व्यापारियों पर जन विरोधी कुल्हाड़ी चला रहे हैं। उल्लेखनीय है कि चौगान व्यापार मंडल ने हस्ताक्षरित ज्ञापन स्थानीय एसडीएम अनिल भारद्वाज को दिया है। ज्ञापन के माध्यम से चौगान के व्यापारियों ने प्रशासन के समक्ष आपत्ति दर्ज करवाई की। ट्रेड फेयर की स्वीकृति देने से पहले स्थानीय व्यापार मंडल चौगान के व्यापारियों का पक्ष नहीं लिया गया। इस बात की पुष्टी कुछ व्यापारियों ने भी की हैं।

व्यापारियों का कहना था कि एक तो कोरोना के चलते व्यापारी वर्ग मंदे की चपेट में है दूसरे जब आगामी नवरात्रों में व्यापारी वर्ग ग्राहकों की आस लगा कर बैठा था तो ट्रेड फेयर को स्वीकृति दे दी गयी जिसके कारण चौगान के स्थानीय व्यापारियों का नुकसान होगा। स्थानीय व्यापारियों का कहना है कि चौगान में लगने वाले ट्रेड फेयर में नूरपुर व आस-पास के क्षेत्रों से भारी संख्या में लोग व बच्चे पहुंचेंगे, जिससे कोरोना फैलने का खतरा होगा। इतना ही नहीं ऐसे व्यापार से सरकार का राजस्व काफी चोरी होता है, जिस पर विभागीय अफसरशाही की पकड़ नगण्य होती है।

वहीं, प्रदेश व्यापार मंडल के अध्यक्ष सुमेश शर्मा ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देश दिए जाएं कि कोरोना प्रोटोकॉल के तहत ऐसे ट्रेड फेयर लगाने की अनुमति न दी जाए।
इस संदर्भ में जब युवा सेवाएं एवं खेल विभाग के जिला अधिकारी नरेश गुलेरिया से बात की गई, तो उन्होंने बताया कि उन्होंने न तो किसी को उक्त मैदान में ट्रेड फेयर लगाने की स्वीकृति दी और न ही किसी ने उनसे मांगी है। उन्होंने कहा कि उक्त मैदान में तो इंडोर स्टेडियम का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है।
संदर्भ में एसडीएम अनिल भारद्वाज से जब बात की गई तो उन्होंने कहा कि स्थानीय व्यापार मंडल चौगान का ज्ञापन मिला है तथा कोरोना के प्रोटोकॉल के तहत जो भी कार्यवाही प्रशासन द्वारा की जाएगी उसकी सूचना दे दी जाएगी।

उल्लेखनीय है कि नूरपुर व जसूर व्यापारमनडल के चुनाव काफी समय से पैडिंग पडे़ हुए हैं। दोनों जगहों पर मनोनीत व्यापार मंडल के पदाधिकारी कुर्सी पर चिपके हुए हैं। उधर, प्रदेश व्यापार मंडल के उपप्रधान राज कुमार महाजन ने कहा है कि ऐसी बात है, तो सभी दुकानदारों को एक आवेदन प्रदेश स्तर पर देना होगा और जब चाहेंगे, तभी राज्य स्तर के पदाधिकारी नूरपुर व जसूर में आकर चुनाव संपन्न करवा देंगे। यह आप पर निर्भर होगा कि आप मनोनीत चुनाव चाहते हैं या फिर निर्वाचित।