दियोटसिद्ध में दुकानें बंद, दुकानदारों पर छाया संकट

दियोटसिद्ध मंदिर में भक्तों के न आने से बने लॉकडाउन जैसे हालात

एसके शर्मा। हमीरपुर

उत्तरी भारत के प्रसिद्ध बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध में लॉकडाउन जैसी स्थिति बनी हुई है। दियोटसिद्ध मंदिर बंद होने के कारण मंदिर में कोई भी श्रद्धालु नहीं आ रहा है, जिस कारण दियोटसिद्ध बाजार के दुकानदारों को रोजी रोटी के लाले पड़ गए हैं। बाजार के दुकानदारों ने सराकर से मंदिर को खोलने का मांग उठाई है। बताते चलें कि प्रदेश सरकार द्वारा सोमवार से लेकर शुक्रवार तक सुबह छह से शाम के छह बजे तक दुकानें खोलने की इजाजत है, लेकिन दियोटसिद्ध मंदिर के बाजार की दुकानें बंद की बंद पड़ी हुई हैं।

इसका मुख्य कारण दियोटसिद्ध मंदिर का बंद होना है। दियोटसिद्ध मंदिर 23 अप्रैल से बंद पड़ा हुआ है और तभी से ही यहां के दुकानदारों की दुकानें भी बंद पड़ी हुई हैं। क्योंकि यहां के दुकानदारों का रोजगार मंदिर पर ही निर्भर है, अगर मंदिर में श्रद्धालु आएंगे, तभी इन दुकानों में रोजगार होगा। अन्यथा इन दुकानों को बंद रखा जाता है। बाकी बाजारों में लोगों की आवाजाही चली रहती है, लेकिन इस बाजार में सिर्फ श्रद्धालुओं की आवाजाही होती है। मंदिर बंद होने के कारण कोई भी श्रद्धालु यहां पर नहीं आ रहा है, जिस कारण मजबूरन यहां के दुकानदारों को अपनी दुकानें बंद रखनी पड़ रही हैं।

यहां पर लॉकडाउन जैसी स्थिति बनी हुई है। गौर रहे कि दियोटसिद्ध में अप्पर व लोअर बाजार में 250 से 300 के करीब दुकानें हैं और हजार के करीब परिवारों का रोजगार इन्हीं दुकानों से चलता है। यहां के स्थानीय दुकानदार सिर्फ इन्हीं दुकानों पर निर्भर हैं। उनके परिवार से न तो कोई नौकरी करता है और न ही उनकी खेतीबाड़ी है। उनका रोजगार सिर्फ इन्हीं दुकानों पर निर्भर है, लेकिन मंदिर बंद होने के कारण उनका रोजगार भी बंद हो गया है। इस कारण यहां के दुकानदार व स्थानीय लोग खासे परेशान हैं। प्रशासन द्वारा भी उनके लिए कोई पूछताछ नहीं की जा रही है। स्थानीय लोगों ने कहा कि बॉर्डर पर पॉजिटिव रिपोर्ट के साथ ही लोगों को आवाजाही करवाई जा रही है।

मंदिर प्रशासन और जिला प्रशासन एसओपी के तहत हिमाचल के ही श्रद्धालुओं के लिए मंदिर खोल दें, ताकि यहां के दुकानदारों का रोजगार चल सके। एसओपी के तहत हिमाचल के श्रद्धालुओं को दर्शन करवाया जाए और बाबा बालक नाथ के मंदिर खोल दिया जाए, ताकि कुछ न कुछ रोजगार यहां के दुकानदारों का भी चल सकें। उधर, एसडीएम बड़सर एवं मंदिर न्यास अध्यक्ष प्रदीप कुमार ने बताया कि सरकार के आदेशों के चलते मंदिर को 15 मई तक बंद किया गया है। सरकार के आदेश आने के बाद ही मंदिर को दर्शनों के लिए खोला जाएगा।