उज्जवल हिमाचल। रक्कड
कैप्टन संजय पराशर ने कहा कि हिमाचल में पहली बार महिला अभ्यर्थियों के लिए नेवी मर्चेंट में रोजगार हेतू देश विदेश की नामी ट्रेनिंग शिप रहमान और ग्लोबल शिपिंग कंपनी इन दिनों देवभूमि हिमाचल स्थित जसवां परागपुर में डेरा डाले हुए है जो कि क्षेत्र के भिन्न-भिन्न संस्थानों में विशेषज्ञों की टीम विद्यार्थियों से रूबरू होकर मर्चेंट नेवी से संबंधित जानकारी छात्राओं को शिविर में दे रहीं हैं। कैप्टन संजय पराशर ने नैहरनपुखर में मीडिया से रुबरु होते हुए कहा कि मर्चेंट नेवी में रोमांच के साथ अच्छा पैकेज भी मिलता है, लेकिन इस नौकरी को पाने के लिए कड़े श्रम की भी जरूरत होती है।
बेरोजगारी के बढ़ते आंकड़ों के बीच युवतियां इसे करियर के रूप में चुन सकती हैं। संजय ने कहा कि मर्चेंट नेवी में महिलाओं का भविष्य उज्जवल है। यह एक आशाजनक करियर है और शिपिंग युवा महिलाओें के लिए अवसरों का सागर प्रदान करता है, जो लग्न व मेहनत के दम पर आगे बढ़ना चाहती हैं।
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गमरुर की 19 वर्षिय बेटी सिमरन चौधरी गत सात महीने से लगातार नेवी मर्चेंट मुंबई में ले रही है ट्रेंनिग
जसवां-परागपुर के अन्तर्गत गांव गमरुर की 19 वर्षिय सिमरन चौधरी जिला कांगडा की एक ऐसी बेटी है जो आने वाले समय में समूद्री जहाज को चलाने में अपनी अहम भूमिका निभाएगी। जिसके लिए सिमरन चौधरी गत करीब 7 महीनों से लगातार “नेवी मर्चेंट में डैक केडिट की ट्रेंनिग ले रही है।
वहीं, जसवां-परागपुर के समाजसेवी कैप्टन संजय पराशर ने जानकारी देते हुए बताया कि नेवी मर्चेंट में सिमरन चौधरी के बुलन्द हौसले को देखते हुए यूके की टयोलर मैरिटाईम इनवेस्टमट लिमिटेड कम्पनी ने हर साल दो लाख रुपये (200000) की स्कॉलरशिप देने का ऐलान किया है जो कि हिमाचल भर की लडकियों के लिए बडे़ गर्व की बात है। वहीं सिमरन चौधरी ने कहा कि मुझे नेवी मर्चेंट में पहुंचाने के लिए कैप्टन संजय पराशर का बहुत बड़ा योगदान रहा है इन्होने अपने जेबी खर्चे से मुझे इतना बड़ा मुकाम हासिल करवाया है।
संवाददाताः शुभम शर्मा
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