पीजीआई में जिंदगी की जंग हारी सिरमौर की शेरनी विनीता

पुलिस कर्मी ने तेल छिडक़कर लगा दी थी आग

चमेल सिंह देसाइक । शिलाई

दबंग, साहसी, सिरमौरी शेरनी के नाम से विख्यात सामाजिक कार्यकर्ता विनीता ठाकुर का पीजीआई में निधन होने के बाद क्षेत्र में एक तरफ जहां शोक का माहौल है वहीं लोगो मे प्रशासन के खिलाफ गुस्सा है जो फूटने की कगार पर आ गया है। सूत्रों के मुताबिक शेरनी विनीता ठाकुर की 21 नवंबर को शादी तय हुई थी। शादी का निमंत्रण देने नाहन में एक पुलिस कर्मी के घर निमंत्रण देने गई हुई थी कि आपराधिक वारदात में सम्मिलित पुलिस कर्मी ने विनीता ठाकुर को जान से मारने के लिए पेट्रोल डालकर आग लगा दी, जिसके बाद गंभीर हालात में विनीता ठाकुर को नहान अस्पताल से पीजीआई रेफर किया गया था जहां पर 13 दिनों के बाद विनीता ठाकुर ने दुनिया को हमेशा के लिए अलविदा कर दिया है। नहान पुलिस ने आरोपी पुलिस कर्मी सूर्यकांत पर धारा 307 के तरह कार्रवाई करते हुए 3 दिसंबर तक पुलिस रिमांड पर भेजा है लेकिन क्षेत्रीय सामाजिक संगठन पुलिस, प्रशासन व सरकार की कार्यवाही से संतुष्ट नही है, जिसके बाद प्रदेश स्तरीय आंदोलन की बाते कही जा रही है। सिरमौरी शेरनी विनीता ठाकुर चाइल्ड हेल्प लाइन संस्था के साथ कार्यरत थी।

इन्होंने निष्पक्ष, निडरता के साथ यौन शोषण, बाल विवाह जैसे सैकड़ों मामलो में अपराधियों व दलालों को सलाखों के पीछे डाला है तथा समाज के लिए प्रेरणास्त्रोत बनकर नए समाज की स्थापना करने में महत्वपूर्ण योगदान निभा रही थी, लेकिन दुश्मनों ने विनीता के साथ धोखाधडी करके आग लगाकर हत्या कर दी है। पूरा क्षेत्र पिछले 13 दिनों से विनीता ठाकुर की सलामती की दुवा कर रहा था लेकिन 60 फीसदी से अधिक झुलस चुकी शेरनी जिंदगी की जंग हार गई है, जिसके बाद सरकार व प्रशासन के खिलाफ क्षेत्र सहित जिला के सामाजिक संगठन एकत्रित होने शुरू हो गए है।

जिला सिरमौर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बबिता राणा ने जानकारी देते हुए बताया कि सिरमौरी शेरनी विनीता ठाकुर की मृत्यु होने की सूचना मिली है यह दु:खद घटना है पुलिस बारीकी से जांच कर रही है फोरेंसिक टीम ने मौका का निरीक्षण करने के बाद सभी साक्ष्य जुटाए है। आरोपियों को बख्शा नही जाएगा, 3 दिसंबर तक एक आरोपी पुलिस रिमांड पर है जांच जारी है।