सोनिया के साथ बैठक में मान गए कांग्रेस के नाराज नेता

वरिष्ठ नेता पीके बंसल ने कहा, पार्टी में कोई फूट

उज्जवल हिमाचल। डेस्क

कांग्रेस में जल्द अध्यक्ष समेत संगठन चुनाव कराए जाने की सुगबुगाहट के बीच पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने नाराज बताए जा रहे नेताओं समेत पार्टी के शीर्ष नेताओं के साथ बैठक की। बैठक में असंतुष्टों की नाराजगी दूर करने के साथ-साथ पार्टी को मजबूत करने की रणनीति पर चर्चा हुई। बैठक के बाद वरिष्ठ नेता पीके बंसल ने कहा कि पार्टी में किसी भी तरह का कोई मतभेद नहीं है। सभी पार्टी में ऊर्जा भरने के लिए एकजुट होकर काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। 10 जनपथ में हुई बैठक के बाद पवन कुमार बंसल ने कहा कि कांग्रेस की रणनीतिक बैठक में सकारात्मक चर्चा हुई। सभी स्तरों पर पार्टी को कैसे मजबूत किया जाए, इस पर नेताओं ने बात की।

कांग्रेस में कोई फूट नहीं है, सभी एकजुट होकर पार्टी में ऊर्जा भरने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने बताया कि सोनिया गांधी ने कहा कि हम सभी एक बृहद परिवार हैं और हमें पार्टी को मजबूत करने के लिए काम करना चाहिए। एक और बड़े नेता महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने बताया कि पार्टी को कैसे मजबूत किया जाए, इसे लेकर यह पहली बैठक थी। शिमला और पंचमढ़ी की तर्ज पर कॉन्क्लेव होगा। उन्होंने कहा, ‘हमने पार्टी के भविष्य को लेकर चर्चा की।

यह एक रचनात्मक बैठक थी जिसमें सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी समेत वरिष्ठ नेताओं ने पार्टी की मौजूदा स्थिति और इसे मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की। बैठक में गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा, पी. चिदंबरम, अशोक गहलोत, अंबिका सोनी, भूपेंद्र सिंह हुड्डा जैसे कांग्रेस के बड़े नेता शामिल हुए। गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा, कपिल सिब्बल जैसे 23 नेताओं ने इस साल अगस्त में सोनिया गांधी को खत लिखकर पार्टी के कामकाज पर गंभीर सवाल उठाए थे। बैठक के बाद इस त्र-23 में शामिल नेताओं की तरफ से तत्काल कोई बयान नहीं आया है। माना जा रहा है कि शनिवार की बैठक में पार्टी अध्यक्ष समेत संगठन चुनाव पर भी चर्चा हुई लेकिन कांग्रेस की तरफ से इस पर आधिकारिक तौर पर अभी कुछ नहीं कहा गया है। कांग्रेस में नाराज बताए जा रहे नेता भी जल्द से जल्द अध्यक्ष पद के लिए चुनाव कराने की मांग कर चुके हैं। संयोग देखिए कि शनिवार को ही कांग्रेस की छात्र ईकाई एनएसयूआई की राष्ट्रीय प्रभारी रुचि गुप्ता ने संगठन चुनाव में देरी का हवाला देते हुए इस्तीफा दे दिया।