प्रमोशन आदेशों में घट जाती है शिक्षकों की ग्रेड पे

एस के शर्मा । हमीरपुर

हिमाचल प्रदेश के हजारों शिक्षक वर्ष 2012 से प्रमोशन पर कम ग्रेड पे दिए जाने का तोहफा ले रहे हैं । आलम ये है कि पदोन्नति होने पर मौजूदा पोस्ट के लिए तय ग्रेड पे से भी कम ग्रेड पे उनको पदोन्नति आदेशों में लिख दी जाती है जिससे यह समझ नहीं आता कि ये कर्मचारी प्रमोट हुआ या डिमोट । कहने को तो कर्मचारी का पद बड़ा हुआ मगर ग्रेड पे छोटी हो जाती है जिसे 2 वर्ष तक कम रखा जाता है और पे प्रोटेक्ट करने के आदेश लगाकर इसे उतना ही रखा जाता है जितनी ग्रेड पे कर्मचारी प्रमोट होने से पहले पिछले पद पर ले रहा था जिसके कारण कर्मचारियों के वेतन में कोई इजाफा नहीं होता , चाहे वे पहले से ही नियमित और कंफर्म शिक्षक थे । जेबीटी की ग्रेड पे 4200 है जो टीजीटी पदोन्नति पर घटकर 3600 हो जाती है जो 5000 होनी चाहिए । पीईटी की ग्रेड पे 4400 है जो डीपीई प्रमोट होने पर घटाकर 3600 कर दी जाती है जो डीपीएड हेतु 5000 या एमपीएड हेतु 5400 होनी चाहिए ।

टीजीटी से प्रवक्ता पदोन्नति पर ग्रेड पे 5000 से बढ़ाकर 5400 रूपये होनी चाहिए मगर यह 4200 हो जाती है । इस प्रकार की पदोन्नतियों से कर्मचारी आहत हैं और जेसीसी बैठक में नियमित शिक्षकों की पदोन्नति पर पे फिक्सेशन में 2 वर्ष हेतु कम ग्रेड पे देने की वसंगति हटाने की मांग राजकीय टीजीटी कला संघ ने की है । संघ के प्रदेशाध्यक्ष सुरेश कौशल, उपाध्यक्ष मदन, प्रदेश महासचिव विजय हीर, स्टेट प्रतिनिधि संजय ठाकुर, देश राज ,संघ प्रचारक ओम प्रकाश , प्रेस सचिव पवन रांगड़ा , जिला इकाईयों के प्रधान विजय बरवाल, संजय चौधरी, रविन्द्र गुलेरिया, राकेश चौधरी, डॉ0 सुनील दत्त , नीरज भारद्वाज, रिग्ज़िन सैंडप , शेर सिंह ,पुष्पराज खिमटा, रामकृष्ण , अमित छाबड़ा, देशराज शर्मा ने प्रदेश सरकार से अपील की है कि एक ही श्रेणी में प्रमोशन होने पर प्रोबेशन न लगाने के कार्मिक विभाग के आदेश तत्काल लागू किए जाएँ और प्रमोशन के तत्काल बाद बढ़ी हुई ग्रेड पे मिलनी ही चाहिए जिसके लिए पदोन्नति पर वेतन निर्धारण अधिसूचना 2012 निरस्त करनी आपेक्षित है ।

  • टीजीटी से प्रवक्ता स्कूल न्यू प्रमोशन पैनल जारी करें

राजकीय टीजीटी कला संघ प्रदेश महासचिव विजय हीर ने कहा कि उच्च शिक्षा विभाग द्वारा टीजीटी से प्रवक्ता स्कूल न्यू प्रमोशन पैनल शीघ्र जारी करना आपेक्षित है । यह पदोन्नति प्रक्रिया 2 सप्ताह में पूर्ण की जाए और यदि कोई औपचारिकता शेष है तो उसे पूर्ण करते हुए अविलंब डीपीसी प्रक्रिया शुरू की जाए । टीजीटी शिक्षकों का पैनल विभाग के पास मौजूद है और डीपीसी की प्रतीक्षा शिक्षक काफी अरसे से कर रहे हैं ।