नूरपुरः उपमंडल नूरपुर के किसान अपनी धान की फसल मंड इलाके में स्थित सहकारी खरीद केंद्र में ले जाकर बेच पाने में असमर्थ थे क्योंकि उन्हें स्थानीय राजस्व विभाग से स्थानीय किसान होने का प्रमाण पत्र जारी नहीं हो रहा था। गौरतलब है कि किसान इस आशय का प्रमाण पत्र जारी होने के बाद ही प्रदेश सरकार द्वारा स्थापित खरीद केंद्र में धान की बिक्री का टोकन मिलने पर ही अपनी फसल बेच सकता है।
राजस्व विभाग के तैनात कर्मी किसानों को बता रहे थे कि विभाग का सर्वर डाउन चल रहा है जिसके चलते किसानों को प्रमाण पत्र नहीं मिल पाने के कारण किसानों को अपनी फसल लेकर जाने में परेशानी आ रही थी। किसानों ने जब यह समस्या मीडिया को बताई तथा जब यह मामला तहसीलदार नूरपुर तक पहुंचा।
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तहसीलदार नूरपुर ने इस बात को गंभीरता से लेते हुए विभिन्न महाल क्षेत्रों के राजस्व कर्मियों से इस बारे जांच की व राजस्व कर्मियों को प्रमाण पत्र जारी करने को कहा।
इसके बाद प्रमाणपत्रों को जारी करने का काम शुरू हुआ तथा किसान वर्ग ने राहत की सांस ली। किसानों को जरूरी प्रमाण पत्र दिए जाने का काम शुरू करवा दिया गया है तथा किसानों को संबंधित दस्तावेज मुहैया करवाए जा रहे हैं।
संवाददाताः विनय महाजन