श्रावण अष्‍टमी पर सुबह चार बजे से खुले मंदिराें के कपाट

उज्जवल हिमाचल ब्यूराे। धर्मशाला

सावन माह का चौथा सोमवार भी है और इसके साथ ही साेमवार काे श्रावण अष्टमी के मेले भी शुरू हो गए हैं। चामुंडा नंदिकेश्वर धाम, शक्तिपीठ ज्वालामुखी व मां बज्रेश्वरी के दरबार में सुबह ही श्रद्धालु पहुंचे और मां के जयकारे लगाते हुए आशीर्वाद लिया। मां से विश्व भर के स्वास्थ्य व कोरोना महामारी के नाश के साथ-साथ अपने परिवार के सौभाग्य के लिए प्रार्थना की। श्रावण अष्‍टमी नवरात्र मेलों का सोमवार को आगाज हो गया। सुबह चार बजे शक्तिपीठों के कपाट खुल गए। अल सुबह से दाती के दरबार में जयकारे गूंजने लगे।

श्रद्धालुओं की सुविधा व सुरक्षा के लिए पुलिस व गृहरक्षक तैनात किए गए हैं। श्रावण अष्टमी मेलों के दौरान श्रद्धालुओं के लिए नई मानक संचालन प्रकिया (एसओपी) के तहत बिना आरटीपीसीआर रिपोर्ट या वैक्‍सीनेशन प्रमाण पत्र के प्रवेश नहीं मिल रहा। यह दस्‍तावेज दिखाने के बाद ही मंदिरों के बाहर श्रद्धालुओं को दर्शन पर्ची दी जा रही है।

शक्तिपीठों में सुरक्षा व्यवस्था पुलिस व गृहरक्षकों के हवाले है। यहां पर पुलिस व गृह रक्षक आने जाने वाले श्रद्धालुओं पर नजर रख रहे हैं और उन्हें कोविड-19 के तहत दिशा-निर्देश भी दे रहे हैं, ताकि किसी तरह की कोई चूक न हो। बज्रेश्वरी मंदिर में 30 पुलिस व गृह रक्षक जवान तैनात किए हैं, ज्‍वालामुखी 100 से अधिक व चामुंडा मंदिर में 92 सुरक्षा कर्मी तैनान किए गए हैं।