शिमलाः स्मार्ट सिटी मिशन के तहत शिमला शहर में जनता के लिए सुविधाओं को भी स्मार्ट बनाने की कोशिश जारी है इसी के तहत आज शहर के 12 सरकारी स्कूलों में स्मार्ट क्लासेस का शुभारंभ किया गया। इसके अलावा शहर में पब्लिक ट्रांसपोर्ट को बढ़ावा देने के लिए और प्रतिबंधित मार्गों पर लोगों की सुविधा के लिए मिशन के तहत टेंपो ट्रैवलर चलाए जाएंगे।
आज इन सुविधाओं का शुभारंभ करते हुए शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने बताया कि स्मार्ट सिटी में शिक्षा के लिए स्कूलों को भी स्मार्ट बनाया जा रहा है। वहीं, शहर के मुख्य स्थलों जैसे माल रोड रिज मैदान के लिए लोगों के आवागमन को सुचारू बनाने के लिए प्रतिबंधित मार्गों पर टेंपो ट्रैवलर चलाए जाएंगे।
इसके लिए एचआरटीसी को पहले इनोवा टैक्सी दी गई थी और अब ट्रैवलर दिए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि इसी कड़ी में जल्द ही स्मार्ट सिटी मिशन की ओर से बसे भी एचआरटीसी को दी जाएंगी ताकि शहर में पब्लिक ट्रांसपोर्ट बेहतर सुविधा जनता को उपलब्ध हो।
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शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने आज शिमला में शहर के 12 सरकारी स्कूलों में स्मार्ट क्लासेस का शुभारंभ किया। इस अवसर पर भारद्वाज ने बताया कि स्मार्ट सिटी शिमला में अब स्कूल भी स्मार्ट होने जा रहे हैं उन्होंने बताया कि शहर के 12 सरकारी स्कूलों में 36 कक्षाओं में स्मार्ट क्लासेस शुरू की गई है जिससे बच्चों को स्मार्ट कक्षाओं में बेहतर ढंग से शिक्षा ग्रहण का मौका मिलेगा इसके अलावा यह विभिन्न स्कूल इन क्लास के माध्यम से आपस में कनेक्ट हो पाएंगे और इससे इन सभी स्कूलों में एक साथ विभिन्न विषयों पर एक ही अध्यापक द्वारा एक साथ विशेष कक्षाएं भी ली जा सकेगी.।
भारद्वाज ने बताया कि शहर में पब्लिक ट्रांसपोर्ट को बढ़ावा देने के साथ ही मुख्य स्थानों जैसे माल रोड और रिज मैदान के लिए लोगों को यातायात की सुविधा देने के लिए स्मार्ट सिटी के माध्यम से प्रतिबंधित मार्गों पर पब्लिक ट्रांसपोर्ट को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसके लिए स्मार्ट सिटी के तहत पहले ही 18 इनोवा टैक्सी एचआरटीसी के माध्यम से चलाई जा रही है और अब इस बेड़े में आज 12 टेंपो ट्रैवलर भी शुरू किए गए हैं उन्होंने बताया कि जल्द ही मिशन के तहत एचआरटीसी के माध्यम से शहर में 20 बसे भी उपलब्ध होगी। जो अभी कार्यशाला में तैयार हो रही है भारद्वाज ने बताया कि पब्लिक ट्रांसपोर्ट के माध्यम से इन प्रतिबंधित मार्गों पर लोगों को विशेषकर बुजुर्गों, महिलाओं और ऐसे लोगों को जो चलने में सक्षम नहीं है उन्हें यातायात की सुविधा उपलब्ध होंगी।