कोरोना काल में स्कूलों के नुकसान की रिपोर्ट मांगने पर सरकार का जताया आभार

उज्जवल हिमालच। नगरोटा सूरियां

इंडिपेंडेंस स्कूल एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष डॉ गुलशन कुमार ने सरकार का धन्यवाद किया है की स्कूलों की मांग पर विचार किया है जिसमें पासिंग के लिये सभी दस्तावेज 31-12-2021 तक मान्य कर दिए हैं। लेकिन सभी स्कूल एसोसिएशन की मांग है कि इस दस्तावेज को 31-03-2022 तक मान्य किया जाये। आज अखिल भारतीय स्कूल मंथन सेमीनार, अम्बाला में सम्मान मिलने के बाद प्रेस वार्ता मे बोल रहे थे। यह सम्मान हिमाचल प्रदेश मे शिक्षा के क्षेत्र मैं बेहतर योगदान के लिए नेशनल इंडिपेंडेंट स्कूल अल्लिन्स द्वारा दिया गया। हिमाचल प्रदेश के बजट स्कूलों मे कोरोना से जो बच्चों का शिक्षा मे नुकसान हुआ है उस की भरपाई कैसे होगी इस के लिए एक रिपोर्ट सरकार को सोपी गई है, जिस पर सरकार जरूर बिचार करेगी। इस सम्मान को मिलने पर में सभी हिमाचल की स्कूल एसोसिएशन का धन्यवाद करता हूं कि जो ज़िम्मेदारी मुझे सोपी है उसे पर खरा उतरने की कोशिश करूँगा।

अखिल भारतीय एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ कुलभूषण शर्मा का भी धन्यवाद किया। इसलिए इंडिपेंडेंट स्कूल एसोसिएशन पूरे हिमाचल प्रदेश के सभी स्कूलों ने निर्णय लिया है की हम 1 दिसम्बर 2021 से अपनी बसों की मेंटिनेंस व अन्य दस्तावेज तैयार करके बसों को चलाने में सक्षम होंगे। सरकार यह भी मांग है की बसों के पुराने डाक्यूमेंट्स को 31 मार्च 2022 तक मान्य कर दिया जाये ताकि स्कूल इस समय के अन्दर अंदर अपने अपने टैक्स, इन्सुरेंस, फ़िटनेस आदि को अपडेट कर सके। जिसमे हर बस पर लगभग 1.5 लाख का खर्चा अनुमति है। जोकि इस कोरोना काल में सम्भव नहीं है। इसलिए सरकार जल्द ही स्कूलो की विभिन्न एसोसिएशन की बैठक बुला कर उनकी समस्याओं को सुन कर स्कूलों को टैक्स इत्यदि में राहत देकर एसओ पी जारी करे।

स्कूलों स्कूल प्रबंधन कोरोना के आदेशो अनुसार स्कूल खोलने के लिए तैयार हैं केवल सरकार हमारी समस्या को सुने जिसमें, स्कूलों के मांग है की स्कूल बसों के टैक्स सरकार माफ् करे क्योकी बसे तो इस कोरोना के समय चली ही नहीं हैंए औऱ सरकार के आदेशों के अनुसार अभिभावकों से कोई भी शुल्क नही लिया जा रहा है। जबकि ड्राइवर व कंडक्टर को सैलरी दी जा रही है ऐसे में सरकार बसों के टेक्स माफ् करे जब तक स्कूल बसे नही चली हैं। प्राइवेट स्कूलों का शिक्षा के क्षेत्र में दिये जा रहे योगदान को नही बुलाना चाहिए। इस कोरोना वायरस के समय में भी प्राइवेट स्कूल ऑनलाइन अच्छी शिक्षा दे रहे हैं। ताकि हमारे वच्चे शिक्षा से बंचित ना रहे। मेरा अभिभबको से भी अनुरोध है की बच्चों के भविष्य के लिये स्कूलों से सहजोग करे और बच्चों को स्कूल भेजे।