आपदा ने छीना सैनिक व उसके परिवार का लाखों का आशियाना

जिंदगी भर की कमाई घर में लगा चुके सैनिक को नहीं पूछ पाए राजनेता

उज्ज्वल हिमाचल। मंडी

हिमाचल प्रदेश में प्रलयंकारी बारिश से आई आपदा में राजनीतिक दलों के नेता कुछ चुनिंदा प्रभावितों का कुशलक्षेम पूछने तक ही सीमित रह गए हैं। ऐसा ही एक मामला मंडी जिला के सुंदरनगर विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत सलवाना में सामने आया है। जहां पर देश की सरहद पर रक्षा करने वाले सेना के जवान मान सिंह का 14 कमरों का दो मंजिला मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है। 28 साल से देश की सरहद पर अपनी सेवाए देने वाला जवान मात्र प्रशासन से 8 हजार रूपए और एक तिरपाल ही राहत के तौर पर प्राप्त कर पाया है।

इस जवान की हालत जानने के लिए अभी तक कोई राजनीतिक नुमाइंदा नहीं आया है। गौरतलब है कि वर्तमान में मान सिंह भारतीय सेना के जैक राइफल में रजौरी में तैनात है। जैसे ही मान सिंह को इस घटना का पता चला तो वह अपने घर पहुंचा। घर पहुंचते ही मान सिंह ने अपने 14 कमरों के दो मंजिला आशियाने को आपदा की भेंट चढ़ा हुआ पाया। यह मंजर देखकर मानसिंह का मन जहां एक ओर पूरी तरह से टूट गया है। वहीं दूसरी ओर मान सिंह को प्रदेश सरकार से यह भी मलाल है कि कोई भी राजनीतिक दल का नेता उनका दुख में सहारा नहीं बन सका। हालत यह है कि वर्तमान में मान सिंह अपने टूटे-फूटे पैतृक घर में पत्नी और दो बेटों के साथ विवशतापूर्ण रह रहा है।

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सैनिक मानसिंह ने अपने ताउम्र की जमा पूंजी अपने 14 कमरों के दो मंजिला भवन को बनाने में लगा दी। लेकिन शायद कुदरत को कुछ और ही मंजूर था कि इस आपदा में मानसिंह का आशियाना बसने से पहले ही उजड़ गया। मान सिंह ने कहा कि उनकी पत्नी नीलम ठाकुर और दो बेटे अजय कुमार और विशाल है। पिता स्वर्गीय कृष्ण चंद का देहांत हो चुका है। 46 वर्षीय मानसिंह 18 साल की उम्र से ही देश सेवा की भावना से सरहद पर तैनात होकर सेवाएं देते 28 साल हो गए हैं। उन्होंने कहा कि विभिन्न राजनीतिक दलों के केंद्रीय और राज्य स्तर के नेताओं ने प्रदेश के विभिन्न इलाकों में जाकर प्रभावितों से रूबरू हुए हैं लेकिन नेता मात्र पार्टी विशेष के साथ संबंधित या पार्टी नेताओं के नजदीकी प्रभावितों से ही मिले हैं।

मान सिंह ने कहा है कि इस आपदा में उन्हें तकरीबन 70 लाख रुपए का आर्थिक तौर पर नुकसान हुआ है। लेकिन प्रशासन से मात्र राहत राशि के रूप में 8 हजार रुपए ही मिले हैं। शायद ही इस नुकसान की भरपाई ताउम्र हो सके। लेकिन राजनीतिक दलों के नेताओं के इस तरह के रवैए से देश की सरहद पर सेवा करने वाला सैनिक मान सिंह काफी हताश होकर रह गया है। मामले पर एसडीएम सुंदरनगर अमर नेगी ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा आपदा प्रभावित को लेकर जारी शेड्यूल के आधार पर फौरी राहत दे दी गई है। उन्होंने कहा कि प्रशासन द्वारा चरणबद्ध तरीके से घरों आदि को हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है।

संवाददाताः उमेश भारद्वाज

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