जवाली में स्वच्छता अभियान की उड़ी धज्जियां, खुले में फेंकी जा रही गन्दगी, बीमारियों को मिल रहा न्योता

चैन गुलेरिया। जवाली

नगर पंचायत जवाली हर साल लाखों रुपए सरकारी खजाने से स्वच्छता के नाम पर हड़प रही है। जवाली नगर पंचायत में जगह-जगह पर लोगों के घरों का व बाजार का कूड़ा कचरा बिखरा हुआ है जिसकी सुध लेना कोई भी अपनी नैतिक जिम्मेदारी नहीं समझ रहा है। नगर पंचायत के प्रतिनिधि मूक दर्शक बने हुए है। केवल मुफ्त में मानदेय को हड़प रहे है और राजनीतिक रोटियां सेक रहे है। हिमाचल सरकार द्वारा लाखों के हिसाब से नगर पंचायत की साफ सफाई के लिये भेजा जाता है लेकिन न जाने किस गट्ठर में चला जाता है जो कि बहुत ही चिंता का विषय है। हैरान करने वाली बात यह है कि नगर पंचायत के अंतर्गत जज, एसडीएम व तहसीलदार के रिहायसी क्वार्टरों के मेन गेट के बाहर ही भारी मात्रा में गन्दगी का ढेर लगा हुआ है।

इस गेट के बाहर दो दो डस्टविन लगा रखे है औऱ दोनों हो गन्दगी के कारण नतमस्तक हो कर धरती पर उल्टे पड़े हुए है उन्हें उठाने वाला कोई नही है। इतना ही नही इसके साथ ही मत्स्य विभाग का कार्यालय भी है। इस ढेर के पास से ही सैंकड़ों के हिसाब से लोग गुजरते है। बदबू से लोगों का जीना दुर्लभ हो गया है। लेकिन सवाल यह है कि इतने बड़े-बड़े अधिकारियों के गेट के बाहर ही ऐसा वातावरण है तो अंदाजा लगाएं कि आम जनता का क्या हाल होगा। जब इस मसले पर नगर पंचायत जवाली के चेयरमैन राजिंदर कुमार से बात कि गई तो उन्होंने ने कि पुराने डस्टविनों को दुरुस्त और यहां ज्यादा खराब है उनकी जगह नए डस्टविन रखे जाएंगे और शीघ्र ही इस गन्दगी को हटा दिया जाएगा।
क्या बोले, नगर पंचायत के सचिव एवं जवाली के तहसीलदार सन्त राम नागर उन्होंने ने बाबत पर कहा कि नगर पंचायत में सफाई के लिए नया टेंडर किया गया है और नया ठेकेदार आ गया है और शीघ्र की इस समस्यां से लोगों को निजात मिलेगी।