कुश्ती के राष्ट्रीय खिलाड़ी की हत्या, बेरहमी के साथ ईंट से कुचला सर

The murder of a national player of wrestling, brutally crushed with a brick
कुश्ती के राष्ट्रीय खिलाड़ी की हत्या: आठ सेकंड में दो बार फोड़ा अरुण का सिर

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जहां कुश्ती के राष्ट्रीय खिलाड़ी की बेरहमी से हत्या कर दी गई। मामले में लोनी-भोपुरा रोड पर बिहारी ढाबे के सामने मंगलवार रात करीब नौ बजे सड़क पर कार पार्किंग के विवाद को लेकर राष्ट्रीय कुश्ती खिलाड़ी अरुण की हत्या कर दी गई। मिली जानकारी के मुताबिक मामले में बात सिर्फ इतनी सी हुई थी कि अरुण ने उनकी कार के बराबर में खड़ी गाड़ी के चालक को कार हटाने को कह दिया था। इतनी सी बात पर वह चालक भड़क गया और अपने दोस्तों के साथ मिलकर अरुण को जमीन पर गिरा दिया और अरुण की सांस बंद होने तक उसके सिर पर ईंट से प्रहार करते रहे।

इस दौरान इस बेरहम हत्याकांड का राहगीर वीडियो बनाते रहे, लेकिन अरुण की मदद के लिए कोई आगे नहीं आया। अरुण के साथ आए उसके दोनों दोस्त भी तमाशबीन बने रहे। मृतक के परिजनों ने बताया कि अरुण की पत्नी को मायके जाना था। वह उसे कार से मोहन नगर बस स्टैंड पर छोड़कर अपने गांव जावली वापस जा रहे थे। रास्ते में दोस्त संजय रावत और दीपक मिल गए। दोनों दोस्त बिहारी ढाबे से खाना लेने चले गए।

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वहीं कुश्ती के राष्ट्रीय खिलाड़ी अरुण की हत्या करने वाले युवक राजपुर गांव के हैं। पुलिस ने वायरल हुए वीडियो को देखकर उनकी पहचान कर ली है। गिरफ्तारी के लिए दबिश दी गई लेकिन वे घर पर नहीं मिले। उनके मोबाइल भी स्विच ऑफ आ रहे हैं। वायरल वीडियो में उन्होंने आठ सेकंड के भीतर ही दो बार अरुण के सिर पर ईंट से प्रहार किया। इससे पहले अरुण को सड़क पर गिराकर जमकर लात-घूंसे मारे। इसके बाद सड़क से ही एक युवक ईंट उठाकर लाया और सिर पर प्रहार करने लगा। अरुण ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। इसके बाद हमलावर अपनी कार से फरार हो गए।

एफआईआर में नामजद कराए गए अरुण के दोस्त दीपक और संजय ने पुलिस पूछताछ में बताया कि वे लोग पहले भोपुरा रोड पर होब्स किचन रेस्तरां में खाना खाने पहुंचे थे लेकिन वह बंद था। इसलिए उन्होंने बिहारी ढाबे पर गाड़ी रोकी। वह लोग उतर गए लेकिन अरुण ने थोड़ा आगे गाड़ी पार्क की। जैसे ही वह उतरने लगा कि तभी एक और कार बराबर में आकर खड़ी हो गई। अरुण ने जब गाड़ी का गेट खोलने की कोशिश की तो वह नहीं खुला। इस पर उसने दूसरी कार के चालक से कहा कि वह अपनी कार थोड़ा आगे या पीछे कर ले ताकि वह बाहर निकल पाए। लेकिन इस पर चालक ने कहा कि वह नहीं हटाएगा और बात कहासुनी तक आ गई।

इस दौरान दूसरी गाड़ी का चालक कार से बाहर आ गया और उसके दोस्त भी आ गए। इस बीच अरुण ने कार का शीशा बंद कर लिया था लेकिन वे लोग उसकी जान लेने पर आमादा हो गए थे। उसकी मौत हो जाने के बाद ही वहां से भागे।

वहीं अरुण के परिजनों में इसको लेकर भारी गुस्सा है। उन्होंने अरुण के हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर टीलामोड़ थाने पर हंगामा किया और सड़क जाम की। बुधवार को अरुण का अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।

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