उज्जवल हिमाचल। चंबा
चंबा मुख्यालय के साथ लगते कलसुई में नगरपालिका द्वारा देसी खाद बनाने की प्रक्रिया ने अब जोर पकड़ना शुरू कर दिया है। करीब आधा दर्जन से ऊपर महिलाएं इस प्लांट में काम करती है और यह सभी महिलाएं चंबा शहर के घरों से निकलने वाले कूड़े कचरे को अलग-अलग करके खाद बनाने के काम में लाती है और करीब एक महीने के बाद जब यह खाद बनकर तैयार हो जाती है, तो इस खाद को बोरियों में भरकर बेचने के लिए रख दिया जाता है।
बताते चले कि यह खाद कैमिकल रिक्त है और देसी विधि से बनाई गई इस खाद को गांव के लोग बेहद पसंद कर रहे है। चंबा मुख्यालय से करीब 10 किलोमीटर की दूरी पर बना यह वही कूड़ा संयत्र है, जिसको की नगरपालिका द्वारा बनाया गया है और इसी कूड़ा सयंत्र में चंबा शहर से निकलने वाली सारे कचरे और कूड़े को ऐसी कूड़ा सयंत्र में भेजा जाता है।
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आपको बता दे कि इस कूड़ा सयंत्र में पहले कूड़े को ऐसे ही फेंक दिया जाता था। पर आज के दौर में इस कूड़ा सयंत्र में इस बेस्ट मटेरियल को खाद बनाने के उपयोग में लाया जाता है। इस कूड़ा सयंत्र की इंचार्ज ने बताया कि शहर से निकलने वाली सारी गंदगी को यहां पर लाया जाता है और उसी कूड़े से देसी खाद को तैयार किया जाता है।
इनका कहना है, यहां पर बनी खाद जोकि बिल्कुल देसी है और इसमें कतई अंग्रेजी कैमिकल का प्रयोग नहीं किया जाता है। इनका कहना है कि बनाई गई यह खाद सेब के पौधे हो या फिर किसी भी तरह से सब्जी के पौधे, हर सब्जियों के प्रयोग में लाई जा सकती है, इसका कोई नुकसान नहीं होता है।