हिमाचल: पीर खाखी शाह की मजार को तोड़े जाने पर नगरवासियों ने जताया ऐतराज

सुरेंद्र जम्वाल बिलासपुर
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जलमग्न शहर बिलासपुर के सांढु मैदान में स्थित पीर खाखी शाह की मजार को शरारती तत्वों द्वारा तोड़े जाने की घटना को लेकर नगरवासियों ने कड़ा एतराज जताया है तथा पुलिस प्रशासन से इस संवेदनशील मसले पर त्वरित एवं कड़ी कानूनी कार्यवाही की मांग की है। इसी आशय को लेकर शुक्रवार को वार्ड नंबर-8 से पार्षद सोनिया तथा जिला बाल्मीकि समाज के प्रधान अशोक कुमार और दर्जनों लोगों ने पुलिस थाना सदर में जाकर वहां के अधिकारियों के मार्फत एसपी बिलासपुर एसआर राणा को ज्ञापन प्रेषित किया।

इस दौरान उन्होंने समाज में माहौल खराब करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग की है। वहीं अशोक कुमार ने बताया कि सांढु के मैदान में पीर खाखी शाह की मजार दशकों पुरानी है तथा यह मजार नीचे के शहर से अब तक के नए शहर में हिंदु मुस्लिम भाईचारे का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों को यह भाईचारा पंसद नहीं है लिहाजा उन्होंने इस प्रकार का कृत्य कर समाज में जहर घोलने का काम किया है।

अशोक कुमार ने बताया कि जलमग्न शहर में यह मजार हुआ करती थी लेकिन बहुत अर्से के बाद प्रतीकात्मक तौर पर नगर परिषद द्वारा इसका निर्माण किया गया था। उसके बाद इस मजार के जीर्णोद्वार का जिम्मा यहां के उत्साही युवाओं ने उठाया। अशोक कुमार ने बताया कि शरारती तत्वों को उनके आपसी प्रेम से न जाने क्यूं घृणा है तथा ऐसे कृत्य सभ्य समाज को शोभा नहीं देते। उन्होने कहा कि लोकतंत्र में संविधान में हर आदमी को जीवन जीने का अधिकार है तथा उनके नैतिक मूल्यों की रक्षा एवं सुरक्षा का दायित्व संविधान में वर्णित है।

अशोक कुमार ने शहर के बुद्धिजीवी वर्ग को भी इस मामले में आगे आने की अपील की है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के तत्वों पर रोक जरूरी है। क्योंकि अत्याचार को सहना पाप ही है। उन्होंने एसपी बिलासपुर एसआर राणा से मांग की है कि दोषियों को शीघ्र पहचाना जाए तथा उन्हें गिरफ्तार कर कानून के तहत दंडित किया जाए।

इस प्रतिनिधि मंडल में अशरफ खान, अशोक घई, अमीर खान, दीपक, अनिल किशोर आदि मौजूद रहे।