पालमपुरः चौसकु हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एच के चौधरी ने चंबा जिले के सलूणी में विश्वविद्यालय के पर्वतीय कृषि अनुसंधान और विस्तार स्टेशन का दौरा किया।
कुलपति प्रो. चौधरी ने स्टेशन पर चल रहे अनुसंधान एवं अन्य गतिविधियों की समीक्षा करते हुए प्रभारी वैज्ञानिक डॉ. एसएस राणा, डॉ. नीरज गुलेरिया, डॉ. पुनीत कौर और अन्य कर्मचारियों के साथ बातचीत की।
प्रो. चौधरी ने लैवेंडर क्षेत्र का भी दौरा किया और इस क्षेत्र में लैवेंडर की फसल के महत्व और दायरे और कॉस्मेटिक उद्योग में इसकी भूमिका पर चर्चा की। उन्होंने आई आई पी आर, कानपुर द्वारा समर्थित राजमाश, उड़द और कुल्थ के आईवीटी परीक्षणों का भी दौरा किया और स्थानीय भूमि के महत्व पर चर्चा की।
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कुलपति ने स्थानीय किस्मों राजमाश, उड़द, माश और कुलठी को पुनर्जीवित करने के प्रयासों के लिए वैज्ञानिकों और स्टेशन के अन्य स्टाफ सदस्यों की सराहना की। उन्होंने नडाल पंचायत के खल गांव के प्रगतिशील किसान और लैवेंडर उत्पादक धर्म चंद के प्रयासों की सराहना की।
उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में अन्य औषधीय और सुगंधित पौधों को भी बढ़ावा दिया जाना चाहिए। उन्होंने वैज्ञानिकों को स्टेशन पर मधुमक्खियां लाने और इसकी क्षमता का पता लगाने का निर्देश दिया।
उन्होंने कहा कि परती भूमि को लैवेंडर और राजमाश की खेती के तहत लाया जाना चाहिए। इस दौरान अनुसंधान निदेशक डॉ. एसपी दीक्षित भी मौजूद रहे।
पालमपुर ब्यूरो।
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