चौकीदारों की मांग, जल्द करें नियमित

मनीष ठाकुर। कुल्लू

  • जिला पंचायत चौकीदार संघ ने प्रदेश सरकार से की मांग 
  • चौकीदारों को नियमित करने के लिए जल्द बने नीति
  • कोरोना महामारी के दौरान चौकीदार भी जान जोखिम में डाल दे रहे ड्यूटी
  • चौकीदारों को आशावर्करों की तरह मिले 50 लाख बीमा

    एंकर – कोरोना महामारी ने देशभर फ़ैल चुकी है। वही इस महामारी से देशभर में हज़ारों लोगो को अपनी जान गवानी पड़ी है। वही इस महामारी से निपटने के लिए पुलिसकर्मी डॉक्टर सफाई कर्मचारी और अन्य कोरोना योद्धा महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।वही प्रदेश भर में पंचायतों के चौकीदार भी क्वारटिन सेंटरों में समय समय पर अपनी सेवायें दे रहे। बुधवार को पंचायत चौकीदार संघ का एक प्रतिनिधिमंडल डीसी कुल्लू ऋचा वर्मा से मिला और चौकीदारों को स्थायी करने व कोरोना वायरस के दौरान डयूटी में आ रही दिक्कतों के बारे में बताया।पंचायत चौकीदार संघ ने प्रदेश सरकार से गुहार लगाई कि कोरोना वायरस के क्वारटिन सेंटर में समय समय पर ड्यूटी दे रहे है और उनके पास न कोई पीपीई किट है और न ही आशावर्करो की तरह उन्हें 50 लाख की बीमा सुविधा दी गई। उन्होंने सरकार से मांग कि वे उन्हें पीपीई किट और 50 लाख को बीमा सुविधा दे ताकि वह और उनका परिवार भी सुरक्षित रहें। वही लंबे समय से चौकीदार सरकार से स्थायी नीति और नियमित करने की मांग कर रहे है लेकिन सरकार ने अभी तक कुछ नही किया। हालांकि प्रदेश में भाजपा की सरकार के 2 साल पूरे होने पर पंचायती राज मंत्री वीरेन्द्र कंवर ने चौकीदारों को नियमित करने व स्थायी नीति बनाने का आश्वासन दिया था पर अभी यह सिर्फ आश्वासन तक कि सीमित है। पंचायत चौकीदारों का कहना है कि जल्द ही स्थायी और नियमित करने की नीति न बनी तो प्रदेश के सभी चौकीदार सचिवालय का घेराव करेंगे।

    जिला कुल्लू पंचायत चौकीदार संघ के प्रधान घोपला राम ने कहा कि कोरोना वायरस के दौरान उनकी ड्यूटी लगाई जा रही है। उन्हें भी किट मिलनी चाहिए और अशावर्करो कि तरह 50 लाख की बीमा सुविधा मिलें। साथ ही प्रदेश सरकार से मांग कि जल्द ही उन्हें नियमित व स्थायी नीति बनाई जाएं। अगर सरकार उनकी मांगो को नही मानती तो वे जल्द ही सचिवालय का घेराव करेंगे।