ठेकेदार व किसानों को नहीं मिल रहे से खैर के कत्थे के उचित दाम

एसके कालिया। हमीरपुर

हमीरपुर मंडी व कांगड़ा में खेर से कत्था निकालने वाले ठेकेदार व किसान परेशान खैर से कत्था निकालने वाले लोग आजकल काफी परेशान हैं। जिस बेहतर क्वालिटी का कत्था हिमाचल में तैयार किया जाता है ,उसकी डिमांड हरियाणा दिल्ली में कम हो गई है। कारण साफ  है कि एक फ ॉरेस्ट प्रोड्यूस चीज जोकि शुरू में मलेशिया की आइटम थी और उसको चमड़े में उसका प्रयोग होता था। केमिकल तरीके से अब कत्था बनाने में उस चीज का प्रयोग किया जा रहा है जोकि स्वास्थ्य के साथ साथ कैंसर उत्पीडि़क भी है। कुछ वर्षों से इस नई खोज ने या फिर घटिया किस्म के कत्थे ने लोगों को परेशान कर दिया है।
बताते चलें कि हरियाणा व दिल्ली के बॉर्डर में ऐसी सैकड़ों फैक्ट्रियां हैं, जोकि इस फ ॉरेस्ट प्रोड्यूस गैंबियार से कत्था निकाल रही हैं। जिसके चलते हिमाचल में तैयार होने वाले कत्थ की डिमांड दिल्ली में कम हो गई है। इन लोगों में कृष्ण कुमार, रवि कुमार, नीलाक्ष लखनपाल, जगदीश चंद, अजय कुमार, महेंद,्र सुनील कुमार, सोनू, देवराज सहित अन्यों ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा या फिर सरकार की आर्थिक नीति में जो कत्था दिल्ली व हरियाणा के बॉर्डर पर प्यार होता है। उस पर सिर्फ  10 प्रतिशत ही एक्साइज ड्यूटी है, जिसके चलते कत्था सस्ता होने के साथ साथ ज्यादा डिमांड रहती है, लेकिन लोगों को यह पता नहीं की जो कत्था वह हरियाणा व दिल्ली के बॉर्डर से खरीद रहे हैं, उतना प्योर नहीं है। उन्होंने कहा कि सांसद अनुराग ठाकुर या फिर वित्तमंत्री इसमें हस्तक्षेप कर हमारी समस्या का निदान करें या तो वे दिल्ली व हरियाणा में तैयार होने वाले इस घटिया किस्म के थे पर कार्रवाई करें या फिर जो कत्था हिमाचल में बेहतर क्वालिटी का तैयार हो रहा है। उसके सही दाम लोगों को दिलाए जाएं। हिमाचल में किसानों के लिए वैसे भी कम रेट मिल रहे हैं, क्योंकि जब आगे की डिमांड ही कम होगी तो रेट स्वभाविक ही कम होंगे। सरकार इसमें उचित मूल्य का निर्धारण करें, जिससे कि जो लोग इस काम से जुड़े हैं, उन्हें भी फायदा हो और जो किसान या बागबान इन को ठेकेदारों को बेचते हैं उनको भी फायदा मिलें। एक तो जो कत्था हरियाणा दिल्ली के बॉर्डर पर हो रहा है, उस पर सरकार को एक्साइज ड्यूटी बढ़ाने चाहिए साथ में जो कत्था हिमाचल में तैयार हो रहा है उसका भी  किसानों को सही दाम मिलें। उन्होंने कहा कि बे भी जैसे दिल्ली में किसान धरना दे रहे हैं, वह भी धरना देने को मजबूर होंगे।