उज्जवल हिमाचल। पटना
जेडीयू में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी माने जाने वाले पूर्णिया के सांसद संतोष कुशवाहा ने इसे ‘अन्याय’ बताया है। कहा है कि जेडीयू को केंद्रीय मंत्रिमंडल में और सीटें मिलनी चाहिए थी। हालांकि, उन्होंने इसे अपनी निजी राय बताया है। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार में जनता दल यूनाइटेड को एक सीट से संतोष करना पड़ा है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह कैबिनेट मंत्री बनाए गए हैं। केंद्रीय मंत्रिमंडल में अधिक सीटें मांग रहे जेडीयू में इसे लेकर निराशा है। विदित हाे कि साल 2019 में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल का गठन हो रहा था, जेडीयू को एक सीट दी जा रही थी।
तब पार्टी ने इस ‘सांकेतिक प्रतिनिधित्व’ बताते हुए आनुपातिक तौर पर अधिक सीटें मांगी थी। बात नहीं बनी तो जेडीयू ने मंत्रिमंडल में शामिल नहीं होते हुए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार को बाहर से समर्थन देने की घोषणा की। इसके दो साल के मंत्रिमंडल विस्तार में जेडीयू ने फिर अधिक सीटों की मांग रखी, लेकिन केवल एक सीट से संतोष करना पड़ा। बताया जाता है कि इससे जेडीयू में अंदर ही अंदर निराशा व नाराजगी है। एक निजी मीडिया चैनल से बातचीत के दौरान निजी राय के तौर पर ही सही, संतोष कुशवाहा ने इसी को अभिव्यक्ति दी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चा के दौरान मंत्री बनने की रेस में जेडीयू से जिन नामों की चर्चा थी, उसमें पूर्णिया के सांसद संतोष कुशवाहा भी शामिल थे। अन्य प्रमुख नामों में एक मुंगेर से सांसद ललन सिंह का भी था। हालांकि, आरसीपी सिंह को छोड़ सभी को निराशा हाथ लगी। बताया जा रहा है कि अब जेडीयू को अगले मंत्रिमंडल विस्तार से उम्मीद है, लेकिन सवाल यह है कि वह कब होगा।