गेहूं खरीद केंद्र हुआ बंद, खुले में बाहर पड़ी 700 क्विंटल फसल

उज्जवल हिमाचल। फतेहपुर

जिला कांगड़ा के तहत उपमंडल फतेहपुर में कृषि विभाग ने एफसीआइ के सहयोग से गेहूं खरीद केंद्र खोला था, जिसे बंद कर दिया गया है। यहां पर किसानों ने सरकार की ओर से निर्धारित 1975 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से गेहूं बेची। क्षेत्र के नजदीक ही फसल के अच्छे दाम मिलने से किसानों में काफी खुशी भी रही, लेकिन अब गेहूं खरीद केंद्र बंद हो गया है। खरीद केंद्र में 10 जून तक ही किसान अपनी फसल बेच सकते थे। 10 जून के बाद खरीद केंद्र बंद होने से गेहूं की खरीद नहीं की जा रही है, जबकि क्षेत्र में करीब अभी भी एक हजार क्विंटल गेहूं की फसल किसानों द्वारा बेचे जाने की संभावना है।

शुक्रवार को करीब 100 से ज्यादा किसान फतेहपुर में गेहूं बेचने आए थे, लेकिन आगे खरीद केंद्र बंद होने के कारण उन्हें मायूसी ही हाथ लगी, जबकि फतेहपुर में किसानों द्वारा करीब 600 से 700 क्विंटल गेहूं अनाज मंडी के प्लेटफार्म पर रखी हुई है। जिला कांगड़ा में करीब 94 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में गेहूं की पैदावार होती है। करीब 34 हजार हेक्टेयर भूमि में सिंचाई की सुविधा है, जबकि शेष क्षेत्र बंजर है। फतेहपुर, जवाली के डैम एरिया और पंजाब के साथ लगते इंदौरा क्षेत्र में सिंचाई की सुविधा होने से इस बार गेहूं के बेहतर पैदावार हुई है। सरकार ने एफसीआई के माध्यम से गेहूं खरीदने के लिए फतेहपुर में खरीद केंद्र खोला है।

किसानों में ओंकार, करतार, रशपाल, राम सिंह, जगदीश, शमशेर व बलवंत आदि का कहना है कि इस सप्ताह मौसम के कई बार खराब होने के चलते वह 10 तारीख तक गेहूं खरीद केंद्र में अपनी गेहूं बेचने नहीं पहुंच सके। वहीं, किसानों ने सरकार से गेहूं खरीद केंद्र दोबारा खोलने के साथ गेहूं बेचने के लिए समयावधि बढ़ाने की मांग की है, ताकि वह अपनी फसल को बेच सकें और सरकार की योजना का लाभ उठा सकें।

वहीं, अनाज मंडी फतेहपुर के प्रधान मलकीत सिंह धारीवाल का कहना है कि उन्होंने समय रहते एचपीएमसी को इस बंद में अवगत करवा दिया था कि क्षेत्र में मौसम खराब होने के चलते कई किसान 10 तारीख तक अपनी गेहूं बेचने नहीं पहुंच पाएंगे और समय अवधि को बढ़ाया जाए, ताकि किसान अपनी गेहूं को भेज सकें। उन्होंने बताया कि अभी फतेहपुर की अनाज मंडी में खुले प्लेटफार्म पर करीब 600 से 700 कुंटल गेहूं किसानों द्वारा रखी गई है, जबकि कई किसान अपनी गेहूं वापस घरों को ले गए।

उन्होंने बताया कि अनुमान के मुताबिक अभी तक क्षेत्र में करीब 10000 क्विंटल गेहूं किसानों द्वारा बेचे जाने की संभावना है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि वह किसानों की सुविधा के लिए खरीद केंद्र को दोबारा खोले व समय अवधि बढ़ाएं, ताकि किसान अपनी गेहूं को उचित दाम पर बेच सकें। वहीं फतेहपुर खरीद केंद्र में तैनात कर्मचारी अजय सिंह का कहना है कि उन्होंने 10 तारीख तक जिन किसानों को टोकन दिए थे, उन सभी की गेहूं उन्होंने खरीद ली है, जबकि जो फतेहपुर में अनाज मंडी में खुले में गेहूं रखी है, इसकी उन्हें कोई जानकारी नहीं है। सरकार द्वारा 10 जून तक गेहूं खरीद का समय रखा था।