उज्जवल हिमाचल। नई दिल्ली
मद्रास रेजीमेंटल सेंटर में सीडीएस जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी के पार्थिव शरीर को रखा गया है। यहां पर सैनिक सम्मान के साथ उनको अंतिम विदाई दी जा रही है। इसके बाद इन्हें वायु सेना के विमान से दिल्ली लाया जाएगा। उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि देने राज्य के मुख्यमंत्री स्टालिन भी पहुंचे। तेलंगाना की गवर्नर और पुडुचेरी की उपराज्यपाल तमिलसई सुंदराजन ने भी उन्हें श्रद्धांजलि दी है। देश के पहले चीफ आफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत के निधन से पूरा देश स्तब्ध है। हर कोई उन्हें नम आंखों से अपनी श्रद्धांजलि दे रहा है। कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने सीडीएस जनरल बिपिन रावत के निधन को देश के लिए अपूर्णीय क्षति बताया है। उन्होंने कहा कि उनके सम्मान में आज विपक्ष का होने वाला धरना प्रदर्शन भी नहीं किया जाएगा।
यह भी देखें : साइकिल रैली से करवाया मतदाताओं को जागरुक
बता दें कि यहीं से सीडीएस जनरल बिपिन रावत ने पढ़ाई भी की थी। ये विश्व का पहला ज्वाइंट फोर्स का सर्विस कॉलेज भी है। यहां पर करीब 550 सैन्य अधिकारी अपनी पढ़ाई के दौरान भविष्य की चुनौतियों से निपटने की जानकारी पाते हैं। यहां पर करीब 50 अधिकारी दूसरे देशों से होते हैं। हेलीकाप्टर का ब्लैक बाक्स मिला, जांच में मिलेगी मदद। इसमें रिकार्ड होती है पायलट और एटीसी के बीच की सारी बातचीत। हादसे वाली जगह से मलवे को हटाकर एकत्रित करने का काम किया जा रहा है। इसको एकत्रित करके हादसे के कारणों का पता लगाया जाएगा। इस हादसे पर रक्षा मंत्री ने सदन में बयान दिया। इस दौरान उनका गला भी भर आया।
उन्होंने कहा कि हादसे में मारे गए सभी जवानों का पूरे सैनिक सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। उन्होंने ये भी कहा कि ये देश उनके किए कामों को कभी नहीं भूलेगा। इसके बाद सदन में दो मिनट का मौन भी रखा गया। सीडीएस जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी समेत इस हादसे में शिकार हुए सभी लोगों के पार्थिव शरीर आज दिल्ली लाए जाएंगे। सीडीएस जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी का अंतिम संस्कार शुक्रवार को दिल्ली छावनी में किया जाएगा।