द्रोणाचार्य कॉलेज ने मनाया विश्व पृथ्वी दिवस, पेड़ लगाने के लिए किया प्रेरित

World Earth Day celebrated in Dronacharya College, inspired to plant trees

उज्जवल हिमाचल। रैत

द्रोणाचार्य शिक्षण स्नातकोत्तर महाविद्यालय रैत में फैन्स धर्मशाला अध्याय के द्वारा और द्रोणाचार्य महाविद्यालय के सौजन्य से विश्व पृथ्वी दिवस मनाया गया। इस कार्यक्रम में राज किशोर प्रजापति सचिव फैन्स नई दिल्ली ने मुख्यातिथि के रूप में शिरकत की। वहीं प्रोफेसर दीपक पंत (राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित) केंद्रीय विश्विद्यालय धर्मशाला (Central University Dharamshala) ने मुख्य वक्ता के रूप में शिरकत की। कार्यक्रम का आगाज दीप प्रज्वलित कर किया गया। इसके बाद डॉ. प्रवीण कुमार शर्मा प्राचार्य एवं सहसंयोजक फैंन्स धर्मशाला चैप्टर ने मुख्यातिथि का स्वागत किया।

मुख्य वक्ता प्रोफेसर दीपक पंत के बोल 

वहीं मुख्य वक्ता प्रोफेसर दीपक पंत ने ‘अपशिष्ट पदार्थ का पुनः चक्रण के बारे में, कूड़े का संरक्षित नितान के बारे में बताया गया। उन्होंने वनों के कटाव को रोकने व नदियों कूड़ा कर्कट न फेकने के लिए कहा। प्रो. दीपक पंत ने जैविक अशुद्धता, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन परियोजना, पानी को बहाल करने की प्रक्रिया, अनुचित लैंडफिल साइट्स के कारण होने वाली समस्याओं, भूजल प्रदूषण, आधुनिक सैनिटरी लैंडफिल पर अपने विचार प्रस्तुत किए।

वहीं कॉलेज की सांस्कृतिक क्लब ने प्राकृतिक और सांस्कृतिक विरासत पर एक समूह नृत्य का आयोजन किया, जिसमंे हिमाचल की काँगड़ा, मंडी, कुल्लू, चंम्बा, शिमला, सिरमौर, किन्नौर, हमीरपुर, ऊना, विलासपुर जिलों के स्थानीय लोकगीतों को नृत्य के माध्यम से प्रस्तुत किया। जिसके द्वारा वे जीवन और शिक्षा में विभिन्न संस्कृति के महत्व को व्यक्त करते हैं। कार्यकारी निदेशक बीएस पठानिया ने अपनी पृथ्वी को कैसे सुशोभित किया जा सकता है, इस पर अपने विचार साझा किए। वहीं बच्चों ने अपने जन्मदिन (Birthday) पर एक पौधा लगाने का संकल्प लिया।

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मुख्यतिथि के बोल

मुख्यतिथि राज किशोर प्रजापति सचिव फैन्स नई दिल्ली ने अपने विचार सांझा करते हुए कहा कि पर्यावरण स्वयं की मरम्मत करता है। इसे बचाने के लिए सिर्फ कूड़ेदान का सही इस्तेमाल करना है। उन्होंने कहा कि जैसे मां अपने परिवार को पालती है वैसे हमें पृथ्वी को सुरक्षित रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि पर्यावरण बुरा नहीं बल्कि खुद हम ही इस दूषित करते है। पेड़ लगाना पृथ्वी के लिए बेहतर है। उन्होंने बताया कि पौधा रोपण ही नहीं करना बल्कि उसकी देख- रेख व सुरक्षा भी करनी चाहिए।

वहीं अंत में मुख्य वक्ता ने पर्यावरण पर आधरित शंकाओं का समाधान किया गया। इसी के साथ प्रदर्शनी में वर्मी कंपोस्टिंग पर ईशा धीमान व सुनैना द्वारा सर्वश्रेष्ठ (the best) प्रस्तुति दी गई, साथ ही कॉलेज के पर्यावरण क्लब के सदस्यों को बेहतरीन कार्य के लिए प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का समापन डॉ. गौरी शंकर साहू सहायक आचार्य, केंद्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला व संयोजक फैन्स, नई दिल्ली चैप्टर द धर्मशाला द्वारा उपस्थित अतिथियों का धन्यवाद किया गया।

ब्यूरो रिपोर्ट रैत

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