उज्जवल हिमाचल। हमीरपुर
जिला हमीरपुर के रंगस कंडरोला और जोलसपड पंचायत में गंदा पानी पीने की वजह से 150 लोग बीमार हो गए हैं। बीमारी का प्रकोप अभी तक लगातार जारी है। निजी क्लिनिकों और सरकारी हॉस्पिटलों में मरीजों के भर्ती होने का सिलसिला शुरू हो गया है। पंचायत प्रतिनिधियों ने मेडिकल ऑफिसर को इसकी सूचना दे दी है। जबकि इन पंचायतों में कार्यरत आशा वर्कर घर-घर जाकर मरीजों का ब्यौरा ले रही हैं और सावधानी बरतने की हिदायत भी दी हैं।
पिछले 3 दिनों से लोग गंदा पानी पी रहे हैं। उल्टी और दस्त का यह प्रकोप तकरीबन एक दर्जन गांव में है लोग गंदा पानी पी रहे थे जिस न्याटी उठाऊ पयोजल की योजना का पानी इस गांव में सप्लाई किया जाता है। खड से उठाकर डिस्ट्रीब्यूशन ट्रैक में डाल दिया जाता है। इसकी कोताही कितनी हुई है और किस तरह पर हुई है इस का पता तो जांच होने पर ही चल सकता है। इस योजना पर ईलाका वासियों पहले भी कई तरह के सवाल उठाए हैं।
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रंगस पंचायत के वार्ड पंच इल्मदीन का कहना है कि शनिवार को सुबह ही उनको काफी लोगों के फोन आना शुरू हो गए थे की डेढ़ सौ से ज्यादा लोग बीमार हो चुके हैं। रंगस की पूरी पंचायत बीमार होने की सूचना मिली है जबकि जोलसपड पंचायत में कुछ गांव इससे प्रभावित है साथ लगने वाली पंचायत कंडरोला उल्टी दस्त और बुखार से पीडित लोगों की तादाद ज्यादा बताई जा रही है।
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि आईपीएच विभाग गंदा पानी छोड़ रहा है और नलों में भी गंदा पानी आ रहा है जिसके कारण सभी ग्रामीण बीमार पड़ रहे हैं। आईपीएच विभाग के अधिकारी का कहना है कि लोग शादी ब्याह में दाम खाने जा रहे हैं जिसके कारण लोग बीमार पड़ रहे हैं। लेकिन स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि यह बात बिल्कुल असत्य है।